Last Updated: Monday, October 28, 2013, 09:44
ज़ी मीडिया ब्यूरो नई दिल्ली : पटना के गांधी मैदान में रविवार को बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की हुंकार रैली के दौरान हुए श्रृंखलाबद्ध विस्फोटों के बाद रैली में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम को लेकर सवाल उठने लगे हैं। इसी क्रम में गृह मंत्रालय ने सोमवार को सभी राज्यों को निर्देश जारी कर कहा कि नरेंद्र मोदी की रैलियों के दौरान सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई जाए। गृह मंत्रालय ने इस बाबत सभी राज्यों को अलर्ट जारी कर दिया है।
गौर हो कि पटना में श्रृंखलाबद्ध बम विस्फोटों के बाद बीजेपी अपने पूर्व राजग सहयोगी जदयू के नेतृत्व वाली बिहार सरकार पर नरेंद्र मोदी की रैली के लिए उचित सुरक्षा ‘मुहैया कराने में असफल’ रहने का आरोप लगाया। भाजपा प्रवक्ता निर्मला सीतारमण ने कहा कि बिहार सरकार इस तरह की रैली के लिए उचित बंदोबस्त और कानून एवं व्यवस्था मुहैया कराने में असफल रही। भाजपा इसकी कड़ी निंदा करती है।
रविवार को मोदी की रैली स्थल के पास हुए छह श्रृंखलाबद्ध बम विस्फोटों में छह व्यक्ति मारे गए और 60 से अधिक घायल हो गए। निर्मला ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि हमें नहीं पता कि ऐसा उपेक्षा या लापरवाही के चलते हुआ है या बिहार सरकार इसको लेकर बहुत ढीली थी। जो कुछ भी हो, बिहार सरकार गुजरात के मुख्यमंत्री और इस रैली के लिए उचित सुरक्षा मुहैया कराने में निश्चित तौर पर असफल रही।
उधर, पटना में हुए श्रृंखलाबद्ध विस्फोटों पर राजनीतिक दोषारोपण शुरू हो गया है और भाजपा ने जहां रैली स्थल पर अपर्याप्त सुरक्षा का आरोप लगाया है वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किसी भी खामी से इनकार किया है। इन विस्फोटों के लिए भाजपा की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज ने खुफिया तंत्र की नाकामी को पूरी तरह से दोषी ठहराया है जबकि नीतीश ने कहा कि विस्फोट को लेकर न तो केंद्र से और न ही राज्य की ओर कोई खुफिया सूचनाएं मिली थी। वहीं, कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा कि विस्फोट की जांच में यह भी पता लगाया जाना चाहिए कि क्या निजी फायदे के लिए धमाके के पीछे किसी राजनीतिक दल का हाथ था।
First Published: Monday, October 28, 2013, 09:44