SIT प्रमुख आरके राघवन बोले, `मैं सच्चा साबित हुआ`

SIT प्रमुख आरके राघवन बोले, `मैं सच्चा साबित हुआ`

SIT प्रमुख आरके राघवन बोले, `मैं सच्चा साबित हुआ` चेन्नई : नरेंद्र मोदी को 2002 के गुजरात दंगा मामले में क्लीन चिट देने वाली एसआईटी की मामले को बंद करने वाली रिपोर्ट के खिलाफ दायर याचिका को अहमदाबाद की एक अदालत द्वारा खारिज किये जाने के बाद एसआईटी प्रमुख एवं सीबीआई के पूर्व निदेशक आरके राघवन ने आज कहा कि कुछ समय की निराशा के बावजूद वह ‘सच्चे’ खड़े हैं।

राघवन ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘हमने पूरा काम किया। मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि अदालत ने हमारे काम को सही ठहराया।’ कांग्रेस के पूर्व सांसद एहसान जाफरी की पत्नी जकिया जाफरी द्वारा क्लोजर रिपोर्ट को चुनौती देते हुए दायर याचिका को मेट्रोपालिटन मजिस्ट्रेट द्वारा खारिज किये जाने पर प्रतिक्रिया में राघवन ने कहा कि विशेष जांच दल ने ‘अत्यंत प्रतिकूल परिस्थितियों’ में कार्य किया।

उन्होंने यद्यपि इस बारे में विस्तार में जाने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि मैं सच्चा साबित हुआ। मैं पेशेवर रूप से संतुष्ट हूं और हमारी मेहनत को सही ठहराया गया है।’ राघवन ने कहा कि सभी मूलभूत कार्य उनके अधिकारियों ने किया और उन्होंने सिर्फ दिशानिर्देश दिया। उन्होंने कहा कि उनके अधिकारियों में सीबीआई के पूर्व डीआईजी अशोक मल्होत्रा और एसआईटी के वकील आर एस जमुआर शामिल थे। दोनों ‘गुजरात के बाहर के थे।’

राघवन ने सुप्रीम कोर्ट को धन्यवाद दिया जिसने एसआईटी का गठन किया था। उन्होंने कहा कि उसके समर्थन के बिना ‘एक समय हम टूट सकते थे। एसआईटी ने बिना किसी भय या पक्षपात के कार्य किया।’ उन्होंने कहा कि उन्होंने उस कार्य को पूरा किया जो उन्हें उच्चतम न्यायालय ने सौंपा था।

फैसले का मोदी पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में पूछे जाने पर राघवन ने कहा कि वह ‘गैर राजनीतिक हैं। देश की राजनीति पर मेरे कोई विचार नहीं हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय और गुजरात सरकार दोनों ने मुझसे सहयोग किया क्योंकि दोनों ने मुझे वे सब संसाधन मुहैया कराये जिसकी मुझे जरूरत थी।’ (एजेंसी)

First Published: Thursday, December 26, 2013, 22:44

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