मैं कोई फर्नीचर नहीं, जो पार्टी एडजस्ट करेगी, बाड़मेर से कल भरूंगा पर्चा: जसवंत सिंह

मैं कोई फर्नीचर नहीं, जो पार्टी एडजस्ट करेगी, बाड़मेर से कल भरूंगा पर्चा: जसवंत सिंह

मैं कोई फर्नीचर नहीं, जो पार्टी एडजस्ट करेगी, बाड़मेर से कल भरूंगा पर्चा: जसवंत सिंहज़ी मीडिया ब्यूरो

जोधपुर/नई दिल्ली : राजस्थान के बाड़मेर से टिकट न मिलने से नाराज भाजपा नेता जसवंत सिंह ने तीखे तेवर बरकरार हैं। जसवंत सिंह आज (रविवार) कहा कि मैं कोई फर्नीचर नहीं हूं, जो पार्टी एडजस्ट करेगी। उन्होंने कहा, पार्टी के कई नेताओं का रवैया अहंकार से भरा और अपमान जनक है। साथ ही उन्होंने कहा, कल (सोमवार) मैं बाड़मेर से पर्चा दाखिल कर रहा हूं।
सिंह हालांकि अभी पार्टी नहीं छोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह अगला कदम उठाने से पूर्व अपने सहयोगियों से विचार विमर्श करेंगे।

उन्होंने कहा, हां, मैं कल बाड़मेर से नामांकन पत्र दाखिल कर रहा हूं। निर्दलीय या नहीं, यह पार्टी के रूख पर निर्भर करेगा। उनसे पूछा गया था कि टिकट नहीं मिलने के बावजूद क्या वह चुनाव लड़ेंगे। भाजपा के 76 वर्षीय नेता अभी दार्जिलिंग सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं और इस बार बाड़मेर से कांग्रेस से हाल ही में भाजपा में शामिल हुए कर्नल सोनाराम को पार्टी का टिकट मिलने से जसवंत काफी आहत है।

भाजपा को 48 घंटे की समयसीमा दिए जाने के मद्देनजर अपने इस्तीफे के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा, इस बारे में मैं बाड़मेर में अपने सहयोगियों एवं अन्य लोगों के साथ विचार विमर्श करूंगा और फिर कोई निर्णय करूंगा। उन्होंने कहा कि पार्टी छोड़ने के संबंध में 48 घंटे की समयसीमा तय किये जाने के बाद से भाजपा से किसी ने भी उनसे सम्पर्क करने की कोशिश नहीं की है।

जसवंत सिंह ने कहा, अगर मैं अपने घर और पार्टी के बारे में भावुक नहीं हूं तब मैं किस बारे में भावुक होउंगा। अगर पार्टी ने मुझसे बात करने का निर्णय किया है तब वे मेरा नंबर जानते हैं और यह भी कि मुझ तक कैसे पहुंचा जा सकता है। जब से मैं यहां हूं, किसी ने भी मुझसे सम्पर्क करने का प्रयास नहीं किया। उनकी (जसवंत सिंह) सेवाओं का उपयुक्त ढंग से उपयोग करने की भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, मैं फर्नीचर का टुकड़ा नहीं हूं। समावेश करने के विशेषण का विकल्प अपने आप में मानसिकता को प्रदर्शित करता है। आप सिद्धांतों का समावेश नहीं कर सकते और यह अपमानजनक है।

वहीं, जसवंत के बागी तेवर अख्तियार करने पर भाजपा भी सख्त हो गई है। पार्टी ने कहा है कि वह बाड़मेर से अपना उम्मीदवार नहीं बदलेगी। जसवंत सिंह को बाड़मेर से टिकट नहीं दिए जाने और फिर जसवंत की चेतावनी के बाद भारतीय जनता पार्टी में दरार चौड़ी होती जा रही है। अब पार्टी की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज ने भी इस मुद्दे पर अपनी नाराजगी जताई है। सुषमा स्वराज ने शनिवार को भोपाल में पत्रकारों से बातचीत में कहा, `पार्टी ने जसवंत सिंह के साथ जो किया, उससे मैं व्यक्तिगत रूप से दुखी हूं।`

चुनाव के बाद भरपायी करने की पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह की टिप्पणी की कड़ी आलोचना करते हुए सिंह ने कहा, मैं इस विचार को खारिज करता हूं और मैं इसके पीछे की मानसिकता को भी खारिज करता हूं। ऐसा अनुमान है कि वे सरकार बना लेंगे और मुझे कोई स्थान दे देंगे। वे इसे अपने पास रख सकते हैं। जसवंत सिंह ने कहा, इन शब्दों की श्रृंखला के पीछे के विचार अहंकार और असम्मान से परिपूर्ण हैं। राजस्थान में जसवंत सिंह समर्थकों की ओर से नरेन्द्र मोदी का पोस्टर फाड़े जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, अगर पोस्टर फाड़े गए हैं, तब मैं समझता हूं कि यह प्रदर्शिता करता है कि क्या हो रहा है।

जसवंत सिंह ने कहा, अपने पूरे राजनीतिक जीवन में मैंने परिस्थितियों के अनुरूप पार्टी की भलाई के लिए काम किया। मैंने सहूलियत की राजनीति को कभी नहीं अपनाया। भाजपा के वरिष्ठ नेता ने उन्हें टिकट नहीं दिए जाने के लिए कल पार्टी नेतृत्व पर निशाना साधते हुए कहा था कि असली और नकली भाजपा में फर्क करने का समय आ गया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि पार्टी को बाहरी लोगों ने अपने हाथों में ले लिया है।

जसवंत अपने गृह क्षेत्र बाड़मेर से पार्टी टिकट की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि यह उनका अंतिम चुनाव होगा। जसवंत पूर्व में राजस्थान के चित्तौड़गढ़ से 1991 और 1996 में और 2009 के चुनाव में पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग से चुनाव जीत चुके हैं। जसवंत सिंह की कथित मांग के बारे में पूछे जाने पर भाजपा की प्रवक्ता निर्मला सीतारमन ने कुछ भी बताने से इनकार किया। सिंह अटल बिहार वाजपेयी के नेतृत्व वाली राजग सरकार में वरिष्ठ मंत्री रहे और उन्होंने विदेश, रक्षा और वित्त मंत्री के रूप में काम किया। इस बीच जसवंत के पु़त्र और विधायक मानवेन्द्र सिंह ने अपने पिता के पदचिन्हों पर चलने का संकेत दिया है।

First Published: Sunday, March 23, 2014, 09:59

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