Last Updated: Tuesday, December 17, 2013, 23:08
नई दिल्ली : चार राज्यों के चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस की 17 जनवरी को यहां होने वाली एआईसीसी की बैठक का इस्तेमाल संगठन को चुस्त-दुरस्त बनाने के लिए करने की उम्मीद है ताकि पार्टी को लोकसभा चुनाव से पहले लड़ने के लिए तैयार किया जा सके।
पार्टी नेताओं ने कहा कि एक साल के बाद हो रही दिनभर चलने वाली एआईसीसी की बैठक में चुनाव से पहले सांगठनिक कमियों की पहचान करने में मदद मिलेगी।
पहले से ही पार्टी में चर्चा है कि पार्टी के कुछ पदाधिकारियों को बदला जाएगा और कुछ केंद्रीय मंत्रियों को चुनाव की तैयारियों के लिए पार्टी के काम में लगाया जाएगा।
पार्टी के कुछ मुख्यमंत्रियों को भी बदलने की अटकलें हैं। पार्टी में चर्चा है कि महंगाई का मुद्दा उसकी हार में मुख्य कारण बना है क्योंकि वह मतदाताओं को समझाने में विफल रही। पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने चुनाव नतीजे जिस दिन आए थे उसी दिन संकेत दिया था कि महंगाई ने पार्टी की किस्मत को प्रभावित किया है।
इसके अतिरिक्त पार्टी नेताओं का यह भी कहना है कि संप्रग-2 के कार्यकाल में भ्रष्टाचार का मुद्दा भी एक कारण रहा। पार्टी नेताओं ने कहा कि कार्यकर्ताओं और चुनाव तंत्र को सक्रिय बनाने की आवश्यकता है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, December 17, 2013, 22:15