भारत और चीन ने की सीमा मुद्दों पर चर्चा

भारत और चीन ने की सीमा मुद्दों पर चर्चा

नई दिल्ली : भारत और चीन ने सोमवार को सीमा मुद्दों तथा दोनों देशों के बीच वार्षिक रक्षा वार्ता के छठे दौर के दौरान हाल ही में संपन्न हुए सीमा समझौते के क्रियान्वयन पर चर्चा की।

यहां साउथ ब्लॉक में हुई बातचीत में चीनी पक्ष की अध्यक्षता पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के उप-प्रमुख वांग गुआंगझोंग ने की जबकि भारतीय पक्ष की अगुवाई रक्षा सचिव आर के माथुर ने की।

रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि बातचीत के बाद चीनी प्रतिनिधिमंडल ने रक्षा मंत्री ए के एंटनी से भी मुलाकात की।

समझा जाता है कि रक्षा सचिव स्तर के छठे दौर की बातचीत के दौरान दोनों देशों ने पिछले साल अक्तूबर में हुए सीमा रक्षा सहयोग समझौते (बीडीसीए) के क्रियान्वयन की समीक्षा की। चीनी सैनिकों द्वारा भारतीय सीमा में दाखिल होने की घटनाओं के मुद्दे पर भी संभवत: इस बैठक में चर्चा हुई। दोनों पक्षों के बीच हुए सीमा रक्षा सहयोग समझौते के बावजूद चीनी सैनिक वास्तविक नियंत्रण रेखा का उल्लंघन करते रहे हैं।

भारत कहता रहा है कि समझौते से घुसपैठ खत्म करने की गारंटी तो नहीं मिल सकती पर इससे सीमा की घटनाएं तेजी से सुलझाने में मदद मिल रही है। समझा जाता है कि बैठक में दोनों देशों के महानिदेशक सैन्य अभियान (डीजीएमओ) के बीच हॉटलाइन शुरू करने पर भी चर्चा हुई।

करीब पांच साल के अंतराल के बाद पिछले नवंबर महीने में दोनों पक्षों ने कुन्मिंग में संयुक्त अभ्यास का तीसरा दौर पूरा किया था। सीमा रक्षा सहयोग समझौते पर दस्तखत के वक्त दोनों पक्ष अपने प्रशिक्षण संस्थानों के बीच ज्यादा आदान-प्रदान पर सहमत हुए थे।

भारत और चीन अपनी नौसेना और वायुसेना के बीच संयुक्त अभ्यास की संभावनाएं भी तलाश रहे हैं। चीन द्वारा 2010 में तत्कालीन उत्तरी थलसेना कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल बी एस जसवाल को वीजा देने से मना कर दिए जाने के बाद दोनों देशों के बीच संयुक्त अभ्यासों को बंद कर दिया गया था। (एजेंसी)

First Published: Monday, February 24, 2014, 17:34

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