Last Updated: Monday, January 20, 2014, 21:48

नई दिल्ली : पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एम के नारायणन ने सोमवार को यहां कहा कि अगर अफगानिस्तान में गतिविधियां चला रहे तालिबान जैसे आतंकवादी संगठन वहां सत्ता में काबिज होने में कामयाब होते हैं तो भारत उनका अगला निशाना होगा।
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने कहा कि खासतौर पर चिंता की बात यह है कि पाकिस्तान ‘उच्च जोखिम’ वाली रणनीतियों से परहेज करने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहा और ऐसा लगता है कि वह भारत में असंतुलन की स्थिति बनाये रखने के लिए जिहादी तत्वों का समर्थन करने के लिए अडिग है।
नारायणन ने कहा कि भारत की स्थिति को देखते हुए यह पता लगाना आसान है कि आतंकवाद से खतरा पड़ोस के अस्थिर और मुश्किल हालात पर कितना निर्भर है।
उन्होंने राष्ट्रीय जांच एजेंसी दिवस के मौके पर आयोजित पहले राधा विनोद राजू स्मृति व्याख्यान देते हुए कहा, ‘अफगानिस्तान में तालिबान जैसी आतंकवादी ताकतों के सामने समर्पण और तालिबान के साथ बिना शर्त बातचीत की पाकिस्तान की लालसा के हमारे लिए गंभीर परिणाम हैं।’ दिवंगत राजू एनआईए के पहले महानिदेशक थे जिसका गठन 2008 में मुंबई में आतंकवादी हमलों के बाद हुआ था। (एजेंसी)
First Published: Monday, January 20, 2014, 21:48