Last Updated: Friday, December 13, 2013, 22:01
नई दिल्ली : भारत ने आर्गेनाइजेशन आफ द इस्लामिक कान्फ्रेंस (ओआईसी) की ओर से हाल में गिनी में आयोजित अपने एक सत्र में जम्मू कश्मीर के बारे में किये गए उल्लेख पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए शुक्रवार को कहा कि ओआईसी ने एक बार फिर देश के आंतरिक मामलों से संबंधित मामले में ‘तथ्यात्मक रूप से गलत और भ्रामक’ उल्लेख किया है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने यहां कहा कि हम यह खेद के साथ कहते हैं कि ओआईसी ने एक बार फिर भारतीय राज्य जम्मू कश्मीर सहित देश के आंतरिक मामलों से संबंधित मामले में तथ्यात्मक रूप से गलत और भ्रामक उल्लेख किया। जम्मू कश्मीर देश का अभिन्न हिस्सा है।
प्रवक्ता ने कहा कि हम ऐसे सभी उल्लेखों और प्रस्तावों को खारिज करते हैं। ओआईसी का भारत के आंतरिक मामलों या नियंत्रण रेखा पर हाल में हुई घटनाओं से संबंधित मामले में हस्तक्षेप का कोई अधिकार नहीं है। ओआईसी के सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों की परिषद ने गिनी के कोनाकरी में आयोजित 40वें सत्र में एक प्रस्ताव पारित किया जिसमें कश्मीर मुद्दे के शांतिपूर्ण समाधान के लिए पाकिस्तान सरकार के प्रयासों का समर्थन किया गया और भारत से आग्रह किया गया कि वह पाकिस्तान के साथ जम्मू कश्मीर के मुख्य मुद्दे सहित सभी लंबित मुद्दों का समाधान बातचीत से करने के लिए सार्थक और सतत वार्ता प्रक्रिया जारी रखे।
प्रस्ताव में इसके साथ ही वर्ष 2013 के शुरू से ही भारतीय सुरक्षा बलों द्वारा बार बार संघषर्विराम उल्लंघनों पर चिंता जतायी गई जबकि इस बात के लिए पाकिस्तान की प्रशंसा की गई कि वह क्षेत्र के व्यापक हित में संयम और जिम्मेदारी और वार्ता की नीति अपना रहा है। (एजेंसी)
First Published: Friday, December 13, 2013, 22:01