Last Updated: Sunday, October 27, 2013, 15:00
चेन्नई : श्रीलंका में अगले महीने होने वाले राष्ट्रमंडल सम्मेलन में शिरकत के आश्वासन से जुड़ी विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद की कथित टिप्पणी को ‘बेहद चौकाने वाला और निराशाजनक’ करार देते हुए द्रमुक ने रविवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से 53 देशों के इस समूह के सम्मेलन का भारत के बहिष्कार की घोषणा करने का आग्रह किया है।
खुर्शीद ने कथित रूप से राष्ट्रमंडल देशों के सरकार प्रमुखों की बैठक (सीएचओजीएम) में शिरकत करने का आश्वासन देते हुए कहा था, ‘‘मैं यह कह सकता हूं कि मैं वहां रहूंगा।’’ खुर्शीद की इस टिप्पणी के बाद द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) प्रमुख एम करुणानिधि ने कहा कि उनकी यह टिप्पणी ऐसे समय आयी है, जब श्रीलंका में हाल ही हुए उत्तर प्रांतीय चुनाव में भारी जीत दर्ज करने वाली सत्ताधारी तमिल राष्ट्रीय गठबंधन (टीएनए) ने इस समारोह के बहिष्कार का फैसला कर रखा है।
यहां एक बयान जारी उन्होंने कहा कि खुर्शीद की टिप्पणी ‘बेहद चौकाने वाली और निराशाजनक’ है। इसके साथ ही कहा कि केंद्र को बिना देरी किया यह स्पष्ट कर देना चाहिए कि भारत इस सम्मेलन में शिरकत नहीं करेगा।
श्रीलंकाई तमिलों के मुद्दे पर इस वर्ष मार्च में संप्रग से संबंध विच्छेद कर लेने वाली पार्टी के अध्यक्ष करुणानिधि ने कहा, ‘‘मैं जोर देता हूं कि प्रधानमंत्री इस बाबत जल्द घोषणा करें।’’ गौरतलब है कि तमिलनाडु की विभिन्न पार्टियां श्रीलंका में हुए कथित मानवाधिकार उल्लंघन का हवाला देते हुए राष्ट्रमंडल बैठक में भारत के शामिल होने का विरोध कर रही हैं। (एजेंसी)
First Published: Sunday, October 27, 2013, 15:00