राष्ट्रपति चुनाव से पूर्व मालदीव पहुंचीं भारत की विदेश सचिव

राष्ट्रपति चुनाव से पूर्व मालदीव पहुंचीं भारत की विदेश सचिव

नई दिल्ली : भारत ने विदेश सचिव सुजाता सिंह को शनिवार को राष्ट्रपति पद के लिए होने वाले पुनर्मतदान के मद्देनजर मालदीव भेजा है। यहां राष्ट्रपति मोहम्मद वाहिद के चुनाव प्रक्रिया की विश्वसनीयता पर संदेह प्रकट करने पर दोबारा चुनाव कराए जा रहे हैं। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, सुजाता बुधवार शाम राजधानी माले पहुंचीं।

प्रोग्रेसिव पार्टी ऑफ मालदिव्स (पीपीएम) द्वारा सर्वोच्च न्यायालय में मालदिवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) के उम्मीदवार व पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नाशिद की उम्मीदवारी को चुनौती देने वाली याचिका वापस लेने से इंकार कर देने के बाद यह चुनाव अनिश्चितता के बीच हो रहा है। पीपीएम पार्टी के उम्मीदवार अब्दुल्ला यामीन 24 फीसदी मतों के साथ दूसरे सबसे बड़े दावेदार बन कर उभरे थे और अब सात सितंबर को कराए गए राष्ट्रपति चुनाव को अमान्य घोषित कर दिया गया है।

पीपीएम परिषद सदस्य इब्राहिम वादे वाहिद ने सर्वोच्च न्यायालय में 10 अक्टूबर को याचिका दायर कर इस्लाम की आलोचना और मालदीव में इस्लामिक शरिया लागू करने का दबाव डालने एवं न्यायपालिका की आलोचना करने के मामले में नाशिद की उम्मीदवारी को रद्द करने की मांग की थी।

राष्ट्रपति वाहिद ने पहले चरण के चुनाव में बेहद कम मत मिलने पर चुनाव से अपना नाम वापस ले लिया था और उन्होंने बुधवार को 19 अक्टूबर को होने वाले चुनाव की अखंडता पर सवाल उठाते हुए कहा था कि समाज में विभाजन और प्रतिशोध की भावना फैल गई है तथा अब सच और झूठ के बीच अंतर करना बेहद कठिन हो गया है। नाशिद को पहले चरण के चुनाव में 45 फीसदी मत मिले थे। भारत ने मालदीव के संविधान के नियमों के तहत 11 नवंबर तक चुनाव प्रक्रिया संपन्न कराने की मांग की है। (एजेंसी)

First Published: Thursday, October 17, 2013, 12:03

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