Last Updated: Monday, November 11, 2013, 17:35
ज़ी मीडिया ब्यूरोपटना : केंद्र सरकार और सुरक्षा एजेंसियां देश में जहां इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) के नेटवर्क को तोड़ने और उसके सदस्यों को गिरफ्तार करने की कोशिश में लगी हैं, वहीं रिपोर्टों में कहा गया है कि आतंकवादी संगठन अपनी आतंकी गतिविधियों के लिए अब हिंदू युवाओं की भर्ती कर रहा है।
सोमवार को रिपोर्टों में कहा गया कि केंद्र एवं सुरक्षा एजेंसियों ने जबसे इंडियन मुजाहिदीन की गतिविधियों की खुफिया जानकारी एकत्र करना बढ़ाया है और उस पर कड़ी निगरानी रखनी शुरू की है, तब से आईएम ने अपने काम करने के ढंग (मॉडस ऑपरेंडी) में बदलाव कर लिया है।
पटना में 27 अक्टूबर को हुए सिलसिलेवार बम विस्फोटों के सिलसिले में अधिकारियों ने चार हिंदू युवाओं को गिरफ्तार किया है। सीरियल ब्लॉस्ट के सिलसिले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शनिवार को बिहार के लखीसराय जिले से गोपाल कुमार गोयल, विकास कुमार, पवन कुमार और गणेश कुमार को गिरफ्तार किया।
पटना में 27 अक्टूबर को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की रैली से पहले हुए बम विस्फोटों में सात लोग मारे गए। रिपोर्टों में बताया गया है कि विस्फोटों के मामले में अब तक जितनी भी गिरफ्तारी हुई है, उन सभी संदिग्धों का संबंध आईएम से है। जबिक चार हिंदू युवाओं को संदिग्धों को वित्तीय रूप से मदद देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
समझा जाता है कि हिंदू युवकों ने हवाला के जरिए संदिग्धों को वित्तीय मदद पहुंचाई। इस तरह के विस्फोटों में हिंदू युवाओं की संलिप्तता ने सरकार एवं सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े कर दिए हैं।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इंडियन मुजाहिदीन अपनी आतंकवादी गतिविधियों के लिए हिंदू युवाओं का इस्तेमाल कर सकता है। उन्होंने कहा, ‘मामले में चार हिंदू युवाओं की गिरफ्तारी एक गंभीर मसला है।’
First Published: Monday, November 11, 2013, 17:35