Last Updated: Monday, October 28, 2013, 10:03
ज़ी मीडिया ब्यूरो जम्मू : जम्मू में भारत-पाकिस्तान सीमा के नजदीक पिछले एक पखवाड़े के दौरान भारी गोलीबारी के बाद भारत और पाकिस्तान के सुरक्षा बल तनाव को कम करने के लिए सोमवार को फ्लैग बैठक कर सकते हैं।
बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि तनाव कम करने और अंतरराष्ट्रीय सीमा के नजदीक संघर्ष विराम उल्लंघन को खत्म करने के लिए फ्लैग बैठक आज होने की संभावना है (पाकिस्तानी रेंजर्स के साथ)।
उन्होंने कहा कि तनाव कम करने के लिए फ्लैग बैठक आयोजित करने की खातिर हम हरसंभव प्रयास कर रहे हैं और दूसरे तरफ से भी इस बारे जवाब मिल गया है। जम्मू अग्रिम मोर्चे के जम्मू, सांबा और कठुआ जिलों में करीब 200 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास 14 अक्टूबर से मोर्टार एवं रॉकेट से रोजाना भारी गोलाबारी हो रही थी। गोलीबारी में न केवल सीमा की चौकियों को निशाना बनाया जा रहा था बल्कि कई सीमावर्ती गांव भी इसकी चपेट में थे। गोलीबारी में दो जवान मारे गए और 18 नागरिकों सहित 32 लोग जख्मी हो गए जिनमें अधिकतर महिलाएं एवं बच्चे थे।
बीएसएफ के जवानों ने इससे पहले 18 अक्तूबर और 20 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास पाकिस्तानी रेंजर्स के साथ फ्लैग बैठक करने का प्रयास किया था लेकिन बीएसएफ जवानों के काफी समय तक इंतजार करने के बावजूद पाकिस्तानी रेंजर्स बैठक के लिए नहीं आए। जम्मू जिले के आरएस पुरा सेक्टर के पथकर अग्रिम चौकी पर आज की बैठक कमांडेंट स्तर की होगी या फिर डीआईजी स्तर की। बीएसएफ ने निकोवाल, शिदरा और पथकर चौकियों से रेंजर्स को हॉटलाइन के माध्यम से संदेश दिया और फिर उनका जवाब मिला।
अंतरराष्ट्रीय सीमा पर गोलीबारी से नागरिकों को निशाना बनाने से क्षुब्ध जम्मू-कश्मीर सरकार ने केंद्र पर दबाव बनाया था कि संघर्ष विराम उल्लंघन खत्म करने के लिए या तो कड़ा जवाब दिया जाए या फिर पाकिस्तान से बातचीत की जाए। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, उपमुख्यमंत्री ताराचंद और मंत्री शामलाल शर्मा ने इस सिलसिले में शुक्रवार को अग्रिम चौकियों का दौरा किया था ताकि सीमा के नजदीक रहने वाले लोगों की हौसला अफजाई की जा सके।
First Published: Monday, October 28, 2013, 10:03