Last Updated: Tuesday, December 10, 2013, 00:02

रालेगण सिद्धि : मजबूत लोकपाल की मांग के लिए मंगलवार से अपना अनिश्चितकालीन अनशन शुरू करने जा रहे अन्ना हजारे ने सोमवार को कहा कि लोग संप्रग के ‘अनियंत्रित भ्रष्टाचार’ के चलते गुस्से में हैं, जो राज्य विधानसभा चुनावों में दिख गया है।
हजारे ने कहा, ‘‘चार विधानसभा चुनाव के नतीजों से यह दिख गया है कि लोग कांग्रेस के नेतृत्व वाले मौजूदा सत्तारूढ़ गठबंधन के खिलाफ खासतौर पर अनियंत्रित महंगाई, जनलोकपाल विधयेक को पारित नहीं करने और आम आदमी को प्रभावित करने वाले मूलभूत मुद्दों पर गुस्से में हैं।’’ उन्होंने कहा कि लोगों ने लोकतांत्रिक प्रणाली को मजबूत करने के लिए एक परिपक्व प्रतिक्रिया (चुनाव नतीजों के जरिए) दी है।
सामाजिक कार्यकर्ता ने कहा कि वह एक मजबूत जनलोकपाल विधेयक के लिए महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में अपने पैतृक निवास रालेगण सिद्धि स्थित यादवबाबा मंदिर के सामने मंगलवार से एक अनिश्चितकालीन अनशन शुरू करेंगे।
अन्ना ने कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी से भ्रष्टाचार रोधी विधेयक को पारित करने का भरोसा दिलाने वाले पत्र मिले थे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। देश में भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए केंद्र के पास इच्छाशक्ति की कमी है और अपने वादे को पूरा करने या सत्ता से हटने का सरकार के पास वक्त आ गया है।
हजारे ने कहा कि जब प्रधानमंत्री साम्प्रदायिक हिंसा विधेयक संसद में पारित करने का संकल्प कर सकते हैं, तो वह काफी समय से लंबित भ्रष्टाचार रोधी विधेयक के लिए ऐसा क्यों नहीं करते।
सामाजिक कार्यकर्ता ने अफसोस जताते हुए कहा,‘‘भारत के लोग जनलोकपाल विधेयक, जनप्रतिनिधि को वापस बुलाने का कानून और सक्षम ग्राम सभा चाहते हैं। मौजूदा संप्रग सरकार सिर्फ सहानुभूति दिखा रही है, लेकिन कुछ नहीं कर रही है।’’ (एजेंसी)
First Published: Monday, December 9, 2013, 18:54