Last Updated: Monday, June 2, 2014, 16:00
ज़ी मीडिया ब्यूरोचेन्नई : तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कल मुलाकात करेंगी। सूत्रों ने बताया कि भाजपा जयललिता को एनडीए सरकार में शामिल करने का प्रयास कर रही है। एआईएडीएमके को लोकसभा डिप्टी स्पीकर का पद मिल सकता है गठबंधन और सरकार में शामिल होने पर बात हो सकती है।
इससे पहले श्रीलंका के राष्ट्रपति महिन्दा राजपक्षे की मौजूदगी का विरोध करते हुए जयललिता ने 26 मई को हुए मोदी के शपथ ग्रहण समारोह का बहिष्कार किया था। उन्होंने राजपक्षे को आमंत्रित किए जाने को दुर्भाग्यपूर्ण भी बताया था। राज्य सरकार द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि जयललिता मोदी से नई दिल्ली में उनके साउथ ब्लॉक स्थित कार्यालय में मुलाकात करेंगी और उन्हें एक ज्ञापनपत्र भी सौंपेंगी।
विज्ञप्ति में विस्तृत जानकारी ना देते हुए कहा गया, इस ज्ञापन में तमिलनाडु से जुड़े कुछ अहम मुद्दे शामिल होंगे, जो भारत सरकार के पास लंबित पड़े हुए हैं। विज्ञप्ति में कहा गया कि ज्ञापनपत्र में कुछ ऐसे मुद्दों को भी रेखांकित किया जाएगा, जिन पर राज्य के वैध हितों की रक्षा के लिए और राज्य को तीव्र विकास के मार्ग पर आगे बढ़ाने के लिए केंद्र द्वारा तत्काल ध्यान दिया जाना जरूरी है।
जयललिता ने 2011 में विधानसभा चुनाव में भारी जीत मिलने के तुरंत बाद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन से मुलाकात की थी और उन्हें राज्य के लिए कई मांगों से जुड़ा ज्ञापनपत्र सौंपा था जिनमें राज्य के कर्ज की स्थिति को देखते हुए 1 लाख करोड़ रपए की वित्तीय सहायता पैकेज की मांग शामिल थी। उन्होंने श्रीलंकाई तमिलों के मुद्दे भी उठाए थे और कथित युद्ध अपराधों के खिलाफ कार्रवाई समेत कई मांगों पर जोर दिया था।
भले ही जयललिता ने मोदी के प्रधानमंत्री पद के शपथ ग्रहण का बहिष्कार किया हो लेकिन दोनों नेताओं के संबंध अच्छे समझे जाते हैं। मोदी 2011 में जयललिता के मुख्यमंत्री पद के शपथ ग्रहण में शामिल हुए थे। इसी तरह जयललिता भी 2012 के गुजरात विधानसभा चुनाव में मोदी की जीत के बाद उनके मुख्यमंत्री पद के शपथ ग्रहण में शामिल हुई थीं।
First Published: Monday, June 2, 2014, 16:00