Last Updated: Thursday, May 22, 2014, 13:01
ज़ी मीडिया ब्यूरोनई दिल्ली: सूत्रों के मुताबिक देश के भावी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता शामिल नहीं होंगीं। दरअसल जयललिता ने श्रीलंका के राष्ट्रपति राजपक्षे को शपथ ग्रहण समारोह में बुलाने का विरोध किया है। इसलिए माना जा रहा है कि जयललिता शपथ ग्रहण में नहीं आएंगी। दूसरी तरफ बीजेपी के सहयोगी एमडीएमके ने भी राजपक्षे को शपथ ग्रहण समारोह में बुलाने का विरोध किया है। एमडीएमके के संस्थापक वाइको का कहना है कि शपथ ग्रहण समारोह में राजपक्षे की मौजूदगी से तमिल लोगों की भावनाओं को चोट पहुंचेगी।
वाइको ने कहा है कि लिट्टे के खिलाफ कार्रवाई में श्रीलंका का समर्थन करने के कारण तमिलनाडु की जनता ने कांग्रेस को बाहर का दरवाजा दिखा दिया। लिट्टे के खिलाफ कार्रवाई के दौरान हजारों तमिल मारे गए हैं। वाइको ने मोदी और बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह से कहा है कि राजपक्षे को शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने की अनुमति नहीं दी जाए।
राजपक्षे को शपथ ग्रहण समारोह में बुलाने से दुनिया भर के तमिलों की भावनाएं आहत होगी।
गौर हो कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ, श्रीलंका के राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई, भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे, नेपाल के प्रधानमंत्री सुशील कोइराला और मालदीव के राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन अब्दुल गय्यूम के लिए उन देशों के विदेश सचिवों को निमंत्रण भेजे गए हैं। राजपक्षे ने न्यौता कबूल भी लिया है। नरेंद्र मोदी 26 मई की शाम 6 बजे अपने कैबिनेट के साथ प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे।
(एजेंसी इनपुट के साथ)
First Published: Thursday, May 22, 2014, 13:01