Last Updated: Friday, February 28, 2014, 00:04
ज़ी मीडिया ब्यूरो/प्रवीण कुमारपटना : जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) ने शिवानंद तिवारी (राज्यसभा के निवर्तमान सांसद) और चार बागी सांसदों पूर्णमासी राम, मंगनी लाल मंडल, सुशील कुमार सिंह और जयनारायण निषाद (लोकसभा) को पार्टी विरोधी गतिविधियों की वजह से बर्खास्त कर दिया है।
मालूम हो कि शिवानंद तिवारी को काफी समय से अपनी ही पार्टी के दिग्गज नेता नीतीश कुमार पर लगातार हमला कर रहे थे। अभी हाल में राजद के 13 विधायकों के टूटने और फिर उनके यू-टर्न घटनाक्रम को लेकर तिवारी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तीखा हमला करते हुए कहा था कि नीतीश जितने मासूम दिखते हैं, उतने हैं नहीं और इस पूरे प्रकरण के पीछे नीतीश कुमार ही हैं।
तिवारी ने विधान सभा अध्यक्ष पर निशाना साधते हुए कहा था कि उन्होंने जो किया वह असंवैधानिक है। इसके बाद गलती मानने के लिए जाति का सहारा लेना बेहद गलत है। शिवानंद तिवारी ने विधान सभाध्यक्ष के कार्य को असंवैधानिक करार देते हुए कहा था कि इससे एक नई परंपरा की शुरूआत होगी। संवैधानिक पद पर बैठे लोगों को ऐसा नहीं करना चाहिए।
मालूम हो कि बिहार विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि मुझ पर लगाये गए सभी आरोप गलत हैं। मैंने जो भी फैसला किया, वह न्यायोचित और नियमानुकूल था। उन्होंने कहा कि महादलित होने के कारण हमें डराने और धमकाने का काम किया जा रहा है। 24 तारीख को जो मैंने फैसला लिया था, वो अंतरिम था।
चौधरी ने कहा कि एक सप्ताह पहले राजद के 13 विधायकों ने हमें लिखकर दिया था कि या तो हमारा जदयू में विलय कर दिया जाए या अलग गुट के रूप में मान्यता दी जाए। उसमें सारे विधायकों ने लिखित में स्वहस्ताक्षरित आवेदन दिया था। 25 फरवरी को हमें 9 विधायकों का आवेदन मिला है, जिसमें कहा गया है कि हम राजद से अलग नहीं हुए हैं। इसपर भी नियमानुसार फैसला लिया जाएगा।
First Published: Thursday, February 27, 2014, 16:53