Last Updated: Thursday, November 21, 2013, 00:01
मुंबई : लश्कर-ए-तोएबा का संदिग्ध आतंकी सैयद जबीउद्दीन अंसारी उर्फ अबु जुंदाल अन्य लोगों के साथ मुंबई में पहुंच 26/11 के आतंकी हमले में शामिल होना चाहता था। यह खुलासा उसके स्वीकारोक्ति बयान में हुआ है।
मुंबई पुलिस के अनुसार जुंदाल एक प्रमुख षडयंत्रकर्ता था। लश्कर-ए-तोएबा के कमांडर जकी उर रहमान लखवी ने उसे मुंबई जाने से रोक दिया था। उसके स्वीकारोक्ति बयान के अनुसार उससे पाकिस्तान में ‘नियंत्रण कक्ष’ में रहने के लिए कहा गया था जहां से वह मुंबई हमलावरों को निर्देश दे सके।
जुंदाल के स्वीकारोक्ति बयान की प्रतियों को 26:11 मामले की सुनवाई कर रही विशेष अदालत द्वारा आज बचाव पक्ष के वकीलों को उपलब्ध करवाया गया। पिछले अगस्त में जुंदाल ने अपनी ओर से स्वीकारोक्ति बयान दिया था हालांकि बाद में वह इससे पीछे हट गया। जुंदाल ने अपने स्वीकारोक्ति बयान में कहा कि मैंने लखवी से कहा कि मैं मुंबई में बड़े अभियान में भाग लेना चाहता हूं। लेकिन लखवी ने बताया कि मुझे नियंत्रण कक्ष में रहना होगा और लड़कों को प्रोत्साहित करना होगा। उसने कहा कि उसने 2005 में मुंबई, पुणे एवं गुजरात में विस्फोट कराने का विचार रखा था। उसने कहा कि मैं जिहाद के बारे में और जानने के लिए नेपाल के काठमांडो गया था तथा मैं, फयाज कागजी एवं जुनैद नामक एक व्यक्ति एक मस्जिद के बाहर मिले थे। वहां मैंने कहा था कि मैं तीन जगहों पर विस्फोट करने के लिए तैयार हूं। (एजेंसी)
First Published: Thursday, November 21, 2013, 00:01