सिब्बल कॉन्फिडेंट, चांदनी चौक से ही लड़ेंगे चुनाव

सिब्बल कॉन्फिडेंट, चांदनी चौक से ही लड़ेंगे चुनाव

ज़ी मीडिया ब्यूरो

मुंबई : केंद्रीय कानून मंत्री कपिल सिब्बल इस बात को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त हैं कि चांदनी चौक सीट से उनके सामने कोई भी क्यों न हो, जीतेंगे वे ही। आम आदमी पार्टी नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा चांदनी चौक सीट से अपने खिलाफ चुनाव लड़ने की अटकलों पर सिब्बल ने कहा कि वह उसी सीट से किस्मत आजमाएंगे।

सिब्बल ने एक समारोह से इतर संवाददाताओं से कहा, ‘मैं चांदनी चौक सीट से लोकसभा चुनाव लड़ूंगा, भले ही सामने कोई भी मैदान में क्यों न हो।’ दिल्ली के मुख्यमंत्री के मुखर आलोचक सिब्बल ने हालांकि यह भी कहा कि वह पानी और बिजली के दामों के मामले में आप सरकार द्वारा दिल्ली में सब्सिडी के फैसले के खिलाफ नहीं हैं।

उन्होंने कहा, ‘देखिए हम चुनाव की तैयारी में हैं और स्वाभाविक तौर पर हम आम आदमी की ओर देखेंगे। सरकार के तौर पर हम आम आदमी के लिए पिछले 10 साल से यह सब कर रहे हैं। मुझे लगता है कि अर्थव्यवस्था पर दीर्घकालिक नकारात्मक प्रभाव डालने वाली कोई सब्सिडी का स्वागत नहीं किया जा सकता लेकिन हमें समझना चाहिए कि हमारे देश में कुछ तबके हैं जिन्हें सब्सिडी की जरूरत है और इसलिए इन मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए।’

मंत्री ने कहा कि भारत में 80 करोड़ लोग बहुत समृद्ध नहीं हैं और सरकार को उनके बारे में सोचना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘इसलिए जब सब्सिडी की जरूरत है तो दी जानी चाहिए और जब इसके अर्थव्यवस्था पर दीर्घकालिक नकारात्मक प्रभाव हैं तो हमें इसे देने से पहले सोचना चाहिए।’ आप और भाजपा को आड़े हाथ लेते हुए सिब्बल ने कहा कि विपक्ष ने दो विकल्प दिये हैं। एक जो सड़क से देश चलाना चाहता है और दूसरे की कोई विचारधारा नहीं है।

गुजरात में विकास के नरेंद्र मोदी के दावों पर सिब्बल ने कहा, ‘जमीनी हकीकत साइबर क्षेत्र से अलग है।’ उन्होंने कहा कि भाजपा उदारीकरण की बात करती है लेकिन उसने संसद में कई उदार विधेयकों का विरोध किया है। सिब्बल ने मोदी को अच्छा ‘सेल्समैन’ करार दिया जो जमीनी हकीकत से वाकिफ नहीं है।

उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा, ‘उन्होंने कहा कि एक दिन हर राज्य में आईआईटी होगा। वह कहते हैं कि यह बुलेट (गोली) से बुलेट ट्रेन की यात्रा है। हमें पता नहीं कि क्या उन्हें बुलेट ट्रेन की कीमत पता है। उसकी एक किलोमीटर की लागत क्या होगी?’ केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘उन्हें कुछ जानकारी नहीं है लेकिन वह बयान देते हैं। इसलिए मैं उन्हें ‘सेल्समैन’ कहता हूं।’

First Published: Friday, January 24, 2014, 22:56

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