माकपा ने देश में वैकल्पिक मोर्चा के दिए संकेत

माकपा ने देश में वैकल्पिक मोर्चा के दिए संकेत

हैदराबाद : तीसरे मोर्चे के गठन से इंकार करते हुए माकपा महासचिव प्रकाश करात ने आज यहां कहा कि 10 गैर कांग्रेसी और गैर भाजपा दल आगामी लोकसभा चुनावों के लिए एक साथ आने के इच्छुक हैं ताकि एक व्यवहारिक विकल्प मुहैया हो सके।

करात ने संवाददाताओं से कहा, ‘ऐसा कोई मोर्चा नहीं है। किसी ने तीसरे मोर्चे की बात नहीं की है। हम गैर-कांग्रेस और गैर-भाजपा दलों को एक साथ लाने का प्रयास कर रहे हैं। चुनावों के बाद, क्या हम इसे ठोस स्वरूप प्रदान कर पाएंगे या नहीं यह चुनाव के नतीजों पर निर्भर करेगा। लेकिन हम लोग लोकसभा चुनावों के लिए सहयोग करेंगे। हम किस प्रकार सहयोग करेंगे, इसके लिए काम किया जा रहा है।’

उन्होंने कहा कि दलों के संयोजन के उभरने की पूर्व सूचना के तौर पर संसद सत्र के पहले दिन पांच फरवरी को गैर-कांग्रेस और गैर-भाजपा दल एक ‘साझा रूख’ की घोषणा करेंगे। करात ने कहा कि संसद के इस सत्र के लिए इन दलों में से कुछ संसद सत्र के पहले दिन मिलेंगे और संसद सत्र से संबंधित अपने रूख की घोषणा करेंगे।

उन्होंने कहा, ‘उदाहरण के लिए संप्रग कई अन्य विधयेकों को आगे बढ़ाना चाहता है। हम नहीं समझते कि यह उचित है। क्योंकि, यह सामान्य परंपरा रही है कि आखिरी सत्र के दौरान सिर्फ लेखानुदान पारित होता है। लेकिन वे कई अन्य मुद्दों को लाना चाहते हैं। इन सब मामलों पर ये दल एक साझा रूख की घोषणा करेंगे।’

करात ने कहा कि अन्नाद्रमुक, जदयू, जद एस, बीजद, समाजवादी पार्टी और वाम गैर कांग्रेस, गैर भाजपा गठबंधन का हिस्सा हो सकते हैं। आम आदमी पार्टी के बारे में करात ने कहा कि दिल्ली छोड़कर यह पार्टी अन्य स्थानों पर उभरती नहीं प्रतीत हो रही है। उन्होंने कहा कि अरविन्द केजरीवाल नीत पार्टी देश में वाम दलों का विकल्प नहीं है। उन्होंने कहा कि कुछ राज्यों और कुछ क्षेत्रों में आप अन्य पार्टियों का विकल्प हो सकती है। लेकिन वे वाम दलों का विकल्प नहीं हो सकते। (एजेंसी)

First Published: Saturday, February 1, 2014, 19:24

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