Last Updated: Tuesday, June 10, 2014, 18:55
चेन्नई : कावेरी मुद्दे पर तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे जयललिता और उनके चिर प्रतिद्वंद्वी एम करूणानिधि के बीच वाकयुद्ध आज भी जारी रहा तथा करूणानिधि ने इस मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक बुलाने की कोई जरूरत नहीं होने संबंधी जयललिता के बयान पर सवाल उठाया।
जयललिता ने कहा था कि केंद्र को कावेरी प्रबंधन बोर्ड (सीएमबी) गठित करने के लिए समय चाहिए और वह दिल्ली गयी थीं तथा उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने यह मामला उठाया था, उनकी इस दिल्ली यात्रा के सप्ताह भर के अंदर ही करूणानिधि केा यह मुद्दा उठाने की हड़बड़ी क्यों है।
इस पर करूणानिधि ने कहा कि ऐसा जान पड़ता है कि उन्हें कावेरी मुद्दे की चिंता करने के बजाय केंद्र को समर्थन देने की ज्यादा पड़ी है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने इस विषय पर सोमवार को बैठक बुलायी थी और वह बोर्ड के गठन के विरूद्ध दबाव बनाने के लिए अपनी अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल को लेकर मोदी से मिलने वाले हैं।
इस विषय पर जयललिता द्वारा सर्वदलीय बैठक की जरूरत खारिज करने पर उन्होंने एक बयान में कहा, ‘सर्वदलीय बैठक बुलाने और उनकी राय लेने से तमिलनाडु की मुख्यमंत्री का पक्ष मजबूत ही होगा। ’ (एजेंसी)
First Published: Tuesday, June 10, 2014, 18:55