केजरीवाल बने दिल्ली के सीएम, वैकल्पिक राजनीति का वादा

केजरीवाल बने दिल्ली के सीएम, वैकल्पिक राजनीति का वादा

केजरीवाल बने दिल्ली के सीएम, वैकल्पिक राजनीति का वादाज़ी मीडिया ब्यूरो/एजेंसी

नई दिल्ली : भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम छेड़ने वाले आम आदमी पार्टी (आप) के नेता अरविंद केजरीवाल (45) ने शनिवार को रामलीला मैदान में दिल्ली के सातवें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। इस ऐतिहासिक क्षण का गवाह बनने के लिए हजारों की तादाद में लोग रामलीला मैदान पहुंचे। मैगसेसे पुरस्कार से सम्मानित अरविंद भ्रष्टाचार के विरुद्ध अभियान के सबसे प्रमुख प्रवक्ता रहे हैं।

ऐतिहासिक रामलीला मैदान में शपथ लेने के तुरंत बाद ही पिछले छह दशकों के दौरान पंडित जवाहर नेहरू, उनकी पुत्री इंदिरा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जैसे दंतकथा के नायक बन चुके नेताओं की ही तरह अरविंद ने जनता को संबोधित किया। उन्होंने कहा, `यह ऐतिहासिक दिन है। आज केवल केजरीवाल ने नहीं, बल्कि दिल्ली के लोगों ने शपथ ली है। यह दिल्ली के लोगों के हाथों में सत्ता सौंपने का प्रयास है।`

रामलीला मैदान में शपथ लेने वाली देश की यह पहली सरकार है। आम तौर पर यह मैदान राजनीतिक रैलियों का स्थल माना जाता है। केजरीवाल के छह मंत्रियों में से एक रेखा बिड़ला सबसे कम उम्र की कबीना मंत्री हैं। उन्हें महिला एवं बाल विकास विभाग सौंपा गया है। इसके अलावा मनीष सिसोदिया, सोमनाथ भारती, गिरीश सोनी, सतेंद्र जैन, सौरभ भारद्वाज को भी मंत्री पद की शपथ दिलाई गई।

भ्रष्ट राजनीतिक परिदृश्य में अपनी शैलियों से लोगों में उम्मीद जगाने वाले केजरीवाल ने शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचने के लिए आम आदमी की तरह मेट्रो की सवारी की। वीआईपी संस्कृति को खत्म करने के इरादे की शुरुआत उन्होंने स्वयं से की। उन्होंने दिल्ली के डेढ़ करोड़ लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि वह वैकल्पिक राजनीति की शुरुआत करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली के डेढ़ करोड़ लोग मिलकर सरकार बना रहे हैं और वे सभी लोग मिलकर इसे चलाएंगे।

केजरीवाल ने कहा कि जब तक इस देश की राजनीति नहीं बदलती, यहां की समस्याओं का समाधान नहीं किया जा सकता।
उन्होंने कहा, `अन्ना हजारे अक्सर कहते थे कि राजनीति कीचड़ है। हमने कहा कि हम इस कीचड़ में उतर कर इसकी सफाई करेंगे।` अपने भाषण में अरविंद केजरीवाल ने आप की कार्यकर्ता संतोष कोली की शहादत को भी याद किया।

दिल्ली के नए मुख्यमंत्री ने नौकरशाही की चर्चा करते हुए कहा कि सभी नौकरशाह भ्रष्ट नहीं हैं। कुछ लोग भ्रष्ट हैं लेकिन अधिकांश अधिकारी देश और दिल्ली की जनता की सेवा करना चाहते हैं। अपनी पार्टी के विधायकों और मंत्रियों को मन में घमंड नहीं पालने की नसीहत देते हुए केजरीवाल ने कहा कि आप का जन्म स्थापित राजनीतिक पार्टियों के घमंड को चूर करने के लिए हुआ। ऐसा न हो कि आप के घमंड को तोड़ने के लिए किसी अन्य राजनीतिक पार्टी को जन्म लेना पड़े।

दिल्ली की जनता की इच्छाओं और आकांक्षाओं की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि फल तो हमारे हाथ में नहीं है, लेकिन हमें सच्चाई के रास्ते पर चलना है। केजरीवाल ने कहा कि उन्हें विश्वासमत पारित होने या गिरने की चिंता नहीं है। विश्वासमत हासिल नहीं होने पर वे फिर जनता के पास जाएंगे। जनता चुनाव के लिए तैयार है। केजरीवाल ने कहा कि यदि भ्रष्टाचार खत्म हो जाए तो देश फिर से सोने की चिड़िया बन सकता है।

केजरीवाल ने उपस्थित लोगों को शपथ दिलाई कि वे न तो रिश्वत देंगे और न ही लेंगे। उन्होंने लोगों से कहा कि उन्हें एक नंबर दिया जाएगा, जिस पर फोन कर वे भ्रष्टाचारियों को पकड़वाएं। अंत में उन्होंने `इंसान का इंसान से हो भाईचारा` गीत भी प्रस्तुत किया।

उल्लेखनीय है कि आप ने 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा में 28 सीटें जीती है और उसने कांग्रेस के समर्थन से सरकार बनाई है। कांग्रेस ने आठ सीटों पर जीत दर्ज की है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 31 सीटें जीत कर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है, लेकिन बहुमत न होने के कारण उसने सरकार बनाने से इनकार कर दिया।

First Published: Saturday, December 28, 2013, 21:19

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