‘खूनी पंजा’ कॉमेंट मामले पर नरेंद्र मोदी को जवाब देने के लिए 4 दिन की मिली मोहलत

‘खूनी पंजा’ कॉमेंट मामले पर नरेंद्र मोदी को जवाब देने के लिए 4 दिन की मिली मोहलत

‘खूनी पंजा’ कॉमेंट मामले पर नरेंद्र मोदी को जवाब देने के लिए 4 दिन की मिली मोहलतज़ी मीडिया ब्यूरो
नई दिल्ली: कांग्रेस के चुनाव चिह्न पर ‘खूनी पंजा’ टिप्पणी पर जवाब देने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को चुनाव आयोग ने चार दिन का समय दिया है। अब मोदी को अपना जवाब 20 नवंबर को सुबह 11:30 बजे तक देना होगा। सूत्रों के अनुसार, चुनाव आयोग ने 20 नवंबर को सुबह 11:30 बजे तक जवाब भेजने को कहा है। इस पहले चुनाव आयोग ने मोदी से 16 नवंबर शाम 5 बजे तक इस बारे में जवाब देने को कहा था। लेकिन भाजपा ने चुनाव आयोग से यह कहकर एक सप्ताह का समय और मांगा था कि मोदी इन दिनों चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं।

भाजपा उपाध्यक्ष मुख्तार अव्बास नकवी ने कहा था कि मोदी छत्तीसगढ़ विधानसभा के चुनावों के दूसरे चरण के लिए प्रचार में व्यस्त हैं। उनसे नोटिस के बारे में चर्चा नहीं हो पाने के कारण आयोग से नोटिस का जवाब देने के लिए हफ्ता भर का समय मांगा गया है। आयोग ने मोदी को कांग्रेस के चुनाव चिह्न (पंजा) के बारे में उनकी एक टिप्पणी पर आदर्श चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का नोटिस 13 नवंबर को जारी किया था।

आयोग ने उनसे पूछा था कि क्यों नहीं उनकी इस टिप्पणी को आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन माना जाए। कांग्रेस ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त वी एस संपत को भेजी शिकायत में कहा था कि मोदी ने आयोग की ओर से उसे आवंटित चुनाव चिह्न `पंजा` को `खूनी` और `जालिम` बताया है। उसने भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार की इस टिप्पणी को उत्तेजक, दुर्भावनापूर्ण और अपमानजनक करार दिया था। कांग्रेस ने अपनी शिकायत में गुजरात के मुख्यमंत्री मोदी की इस टिप्पणी को निंदनीय बताते हुए कहा था कि इसके जरिए जनता को कांग्रेस के खिलाफ आतंकित किया जा रहा है।छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में 7 नवंबर को मोदी के भाषण की एक सीडी आयोग ने प्राप्त की है। उन्हें नोटिस जारी किये जाने से पहले निर्वाचन अधिकारी की टिप्पणी भी प्राप्त की गयी।

मोदी ने 7 नवंबर को छत्तीसगढ़ में चुनाव प्रचार के दौरान जनसभा में उपस्थित लोगों से कहा था कि आप चाहते हैं कि राज्य में किसी ‘खूनी पंजे’ का साया नहीं पड़े तो आपको कांग्रेस को दोबारा वोट नहीं देना चाहिए। गलती से भी छत्तीसगढ़ को कभी ‘जालिम पंजे’ के हाथों में नहीं जाने दें। इससे पहले चुनाव आयोग ने राहुल गांधी के मुजफ्फरनगर दंगों पर दिए एक बयान पर उन्हें भी नोटिस भेजा था। राहुल ने इंदौर की एक सभा में आईएसआई द्वारा दंगा पीड़ित युवकों से संपर्क करने की बात कही थी। चुनाव आयोग ने राहुल से अप्रसन्नता जाहिर करते हुए उन्हें आगे सतर्कता बरतने की हिदायत दी है। भाजपा ने राहुल के खिलाफ चुनाव आयोग से शिकायत की थी। इसी तरह कांग्रेस ने भी मोदी की औपचारिक शिकायत चुनाव आयोग में 9 नवंबर को दर्ज कराई थी।


First Published: Sunday, November 17, 2013, 10:39

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