Last Updated: Tuesday, November 12, 2013, 22:01
नई दिल्ली : तमिलनाडु के राजनीतिक दलों द्वारा राष्ट्रमंडल शासनाध्यक्षों की बैठक (चोगम) के पूरे बहिष्कार की मांग करने के बावजूद विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद 15 नवंबर से कोलंबो में होने वाली तीन दिवसीय चोगम शिखर सम्मेलन में शिरकत के लिए मंगलवार को अपने पांच दिन की कोलंबो यात्रा पर रवाना हो गए।
चोगम में पहले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को हिस्सा लेना था पर तमिलनाडु के राजनीतिक दलों के ऐतराज के बाद विदेश मंत्री खुर्शीद को शिखर सम्मेलन में भारत की नुमाइंदगी के लिए भेजने का फैसला किया गया।
तमिलनाडु विधानसभा ने प्रस्ताव पारित कर भारत से चोगम शिखर सम्मेलन का पूरा बहिष्कार करने को कहा है।
तमिलनाडु के राजनीतिक दलों का कहना है कि लिट्टे के खिलाफ युद्ध के दौरान श्रीलंका की राजपक्षे सरकार ने मानवाधिकारों का उल्लंघन किया था और उसे अपने देश में रह रहे तमिल समुदाय की कोई चिंता नहीं है ।
श्रीलंका के संविधान में हुए 13वें संशोधन के प्रावधानों के अनुसार तमिल इलाकों को अधिकार न देने का आरोप राजपक्षे सरकार पर लगाते हुए तमिलनाडु के राजनीतिक दलों ने मांग की थी कि न तो प्रधानमंत्री और न ही खुर्शीद 54 देशों के राष्ट्रमंडल संगठन के शिखर सम्मेलन में हिस्सा लें। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, November 12, 2013, 22:01