अमेठी में राहुल पर बरसे कुमार विश्वास, कहा-आम आदमी और राजकुमार के बीच लड़ाई

अमेठी में राहुल पर बरसे कुमार विश्वास, कहा-आम आदमी और राजकुमार के बीच लड़ाई

अमेठी में राहुल पर बरसे कुमार विश्वास, कहा-आम आदमी और राजकुमार के बीच लड़ाईअमेठी : भ्रष्टाचार के विरोध में जनता में व्याप्त आक्रोश के बूते दिल्ली विधानसभा चुनाव में अप्रत्याशित जीत दर्ज कर सत्तारूढ़ हुई आम आदमी पार्टी (आप) ने रविवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र में आगामी लोकसभा चुनाव को आम आदमी बनाम राजकुमार बना देने के ऐलान के साथ एक तरह से अपने चुनाव अभियान का शंखनाद कर दिया।

आप नेता कुमार विश्वास ने आज यहां आयोजित पार्टी की 'जनविश्वास रैली' को संबोधित करते हुए कहा 'यह लड़ाई आम आदमी और राजकुमार के बीच है, मैं अमेठी छोड़कर जाने के लिए नहीं आया हूं। अगले तीन महीने में मैं रहूं या न रहूं ..कोई भी कार्यकर्ता आम आदमी की टोपी पहन कर मैदान में खड़ा हो जाएगा।'

रैली स्थल तक पहुंचने की राह में कई स्थानों पर काले झंडे दिखाए जाने और अंडे-पत्थर फेंके जाने की घटनाओं की ओर इशारा करते हुए विश्वास ने कहा 'आखिर ऐसी क्या बेचैनी हो गयी कि डंडे फेंक रहे हैं अंडे फेंक रहे हैं कुमार विश्वास वापस जाओ के नारे लगा रहे हैं.. जहां कहिए अकेले आने को तैयार हूं यदि मुझे मारने से मन शांत हो जाये तो इसके लिए भी तैयार हूं, बस जगह और समय बताइए।' उन्होंने आगे कहा 'क्या अमेठी देश के बाहर है कि यहां आने के लिए पास पोर्ट जरूरी है, अगर वे (कांग्रेसी) यह समझते हैं कि काले झंडे दिखाने और अंडे फेंकने से मैं अमेठी छोड़ दूंगा तो वे गलतफहमी का शिकार हैं।

विश्वास ने कहा 'आप लोगों ने बहुत से युवराजों महाराजाओं और महारानियों को जिताया है..अमेठी के लिए उन्होंने क्या किया वर्षों पहले घोषित विकास परियोजनाएं अधूरी पड़ी हैं, सडकों का बुरा हाल है। एक बार सही बटन दबाकर नौकर चुन कर देखिए .. हम डरने वाले नहीं हैं। हमने ही महारानी (सोनिया) के दामाद (राबर्ट वड्रा) के भ्रष्टाचार का खुलासा किया।'

राहुल गांधी पर सीधा निशाना साधते हुए आप नेता ने कहा 'दस साल तक उन्होंने लोकसभा में अमेठी के बारे में एक सवाल नहीं उठाया .. 2जी घोटाले कोयला आवंटन घोटाले जैसे घोटालों पर खामोश रहे। जब देश पेन (दर्द) में था वे स्पेन में थे।' उन्होंने राहुल गांधी के आधिपत्य को उखाड़ फेंकने की ललकार के साथ कहा 'यदि राहुल गांधी इस बार भी जीत गये तो अगले 70 साल तक कोई चुनौती देने वाला खड़ा नही होगा .. मैंने अपनी नौकरी अपना घर छोड़ कर उन्हें चुनौती दी है।'

विश्वास ने अपनी कविताओं में कही बातों से किसी की भी भावनाओं को लगी ठेस के लिए माफी मांगते हुए कहा 'साल भर पहले मुझे कोई गाली नहीं देता था.. मुशायरों कवि सम्मेलनों में कांग्रेस भाजपा और सभी दलों के लोग मुझे सुनते थे .. यदि किसी की भावनाओं ठेस लगी हो तो उसके लिए मैं माफी मांगता हूं .. पर पहले किसी ने कहीं कोई विरोध नहीं किया .. आज अचानक यह बेचैनी क्यों है।' काले झंडे दिखाए जाने और अंडे फेंके जाने की घटनाओं की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा 'ऐसी हर घटना पर हमारे एक हजार वोट बढ़ जायेंगे .. दिल्ली में केजरीवाल और संजय सिंह के ऊपर स्याही फेंकी गयी थी.. मगर जनता ने उन पर स्याही फेंकने वालों पर स्याही उड़ेल दी।

कांग्रेस नेता बेनी प्रसाद वर्मा द्वारा जोकर कहे जाने की ओर इशारा करते हुए विश्वास ने कवि शैली में जवाब दिया और कहा, ‘जोकर तो लोगों के चेहरे पर मुस्कान लाता है .. कम से कम देश तो नहीं बेचता।’ अपनी मशहूर कविता ‘कोई दीवाना कहता है कोई पागल समझता है’ की पंक्तियां गाते हुए विश्वास ने कहा कि अमेठी की बेचैनी को बस पागल समझता है।

यह कहते हुए कि हम चुनाव लडने के इच्छुक नहीं थे, विश्वास ने कहा, ‘हमसे कहा कि चुनाव लड़ कर दिखाओ .. अमेठी में घुस कर दिखाओ .. अंडे फेकवाते है . स्याही फेकवाते है . जहां कहो अकेले आने को तैयार हूं .. मुझे मार कर मन शांत होता हो तो जहां कहो आ जाये . मगर अब अमेठी आ गये है तो छोडकर जाने वाले नहीं हैं।’ उन्होंने कहा, ‘मामूली शिक्षक का लडका हूं .. मेरे लिए हार जीत मायने नहीं रखती .. बस लड़ना धर्म समझता हूं।'

विश्वास ने अमेठी की जनता को गांधी खानदान से छुटकारा पाने की नसीहत देते हुए एक कुम्हार के गधे की कहानी सुनायी और कहा कि कुम्हार उसे रोज खूटे से बांध देता था मगर वह समझता था कि वह रोज शाम उसे नमस्कार करता है। सवाल किया कि अब अमेठी के लोगों को यह तय करना है कि क्या वे कुम्हार का गधा बने रहना चाहते है अथवा बेडियों से मुक्ति चाहते है।

आप नेता ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि दिल्ली में हार के बाद उन्होंने कहा कि हम अपने काम की ‘मार्केटिंग’ नही कर पाये मगर ऐसा कह कर यह बता दिया कि यह देश उनके लिए बाजार है।

राहुल पर कटाक्ष करते हुए विश्वास ने कहा कि सांसद का दलित के घर जाकर खाना खाना जरूरी नहीं है बल्कि खाना खाते समय यह सोचना जरूरी है कि कहीं कोई दलित भूखा तो नहीं रह गया। विश्वास ने सोनिया गांधी द्वारा विदेश में इलाज कराये जाने की ओर इशारा करते हुए व्यंग्य किया कि अमेरिका के राष्ट्रपति ओबामा का मुख्य चिकित्सक भारतीय है मगर सोनिया जी को भारत के बेटो पर भरोसा नही है।

उन्होंने कहा, ‘अटल जी ने अपना जटिल आपरेशन (घुटने का) मुंबई में कराया.. मगर सोनिया जी को भारत के बेटो पर भरोसा नही.. जब उन्हें भारत के बेटो पर भरोसा नहीं तो देश को उनके बेटे पर कैसे भरोसा होगा।’ इस बीच राहुल गांधी के स्थानीय प्रतिनिधि चंद्रकांत दुबे ने विश्वास को काले झंडे दिखाने वालों में कांग्रेसियों के शामिल होने की आशंका को खारिज करते हुए कहा, ‘हमारे कार्यकर्ता तो प्रियंका और स्वामी विवेकानंद की जयंती मनाने में व्यस्त थे।’ (एजेंसी)

First Published: Sunday, January 12, 2014, 09:43

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