हेरात भारतीय दूतावास हमले में नया खुलासा- `राजनयिकों को अगवा करना था मकसद`

हेरात भारतीय दूतावास हमले में नया खुलासा- `राजनयिकों को अगवा करना था मकसद`

हेरात भारतीय दूतावास हमले में नया खुलासा- `राजनयिकों को अगवा करना था मकसद`ज़ी मीडिया ब्यूरो/संजीव कुमार दुबे

नई दिल्‍ली: अफगानिस्‍तान के हेरात प्रांत में भारतीय दूतावास हमला मामले मे नया खुलासा हुआ है। एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले को लश्‍कर-ए-तैयबा ने अंजाम दिया था। हमले का मकसद दूतावास में रह रहे भारतीय राजनयिकों को अगवा करना था।

अफगानिस्‍तान के राजदूत शाइदा अब्‍दाली ने इन बातों का खुलासा किया है। अब्‍दाली ने अखबार के साथ बातचीत में कहा है कि नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान लश्‍कर के आतंकवादी भारतीय वाणिज्‍य दूतावास के राजनयिकों को बंधक बनाना चाहते थे। ऐसा करने के पीछे मकसद था कि भारत के लिए खतरनाक और शर्मनाक स्थिति पैदा की जा सके ताकि नई सरकार मुसीबतों के बीच घिर जाए।

अफगानिस्‍तान के हेरात प्रांत में हुए इस हमले की जिम्‍मेदारी अभी तक किसी आतंकी संगठन ने नहीं ली है। लेकिन अफगानिस्‍तान के राष्‍ट्रपति हामिद करजई साफ-साफ कह चुके हैं कि इस हमले के पीछे हाफिज सईद के नेतृत्‍व वाला आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा है। करजई ने कहा था कि हमें एक प्रमुख विदेशी खुफिया एजेंसी से इस बारे में जानकारी मिली है।

गौर हो कि अफगानिस्तान के हेरात प्रांत में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर यह हमला 23 मई को किया गया था। इस हमले को आईटीबीपी के बहादुर जवानों और अफगान सैनिकों ने मिलकर नाकाम कर दिया था और इसमें शामिल चारों आतंकियों को मार गिराया था।

(एजेंसी इनपुट के साथ)

First Published: Wednesday, May 28, 2014, 09:35

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