Last Updated: Tuesday, May 13, 2014, 13:54
नई दिल्ली : पश्चिम बंगाल में ‘लोकतंत्र पर हमले’ को लेकर चारों वाम दल बुधवार को राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन करेंगे। उनका आरोप है कि राज्य की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस ने मतदान के दौरान हिंसा और गड़बड़ी की है तथा चुनाव आयोग उसे रोकने में निष्प्रभावी रहा है।
माकपा, भाकपा, आरएसपी और फारवर्ड ब्लाक ने संयुक्त बयान में कहा कि तृणमूल ने मतदान की पूर्वसंध्या पर आतंक और धमकी का प्रचार किया है। पूरी राज्य मशीनरी और पुलिस चुनाव में धांधली के इस प्रयास में आंख मूंदकर बैठी रही।
वामदलों ने इस बात पर हैरत जताई कि चुनाव आयोग मतदान के अंतिम दौर के समय प्रभावशाली ढंग से हस्तक्षेप करने में विफल रहा हालांकि चुनाव में गड़बड़ी को लेकर पूर्व चेतावनी थी। बयान के अनुसार कल राज्य में 17 लोकसभा सीटों के लिए हुए मतदान के दौरान बडे पैमाने पर हिंसा हुई। एक हजार से अधिक मतदान केन्द्रों पर कब्जे किए गए। विपक्षी दलों के पोलिंग एजेंटों को मतदान केन्द्रों से बाहर निकाल दिया गया और चुनाव के अंतिम चरण में विभिन्न जगहों पर मतदान के लिए जा रहे लोगों पर हमले किए गए।
इसमें कहा गया कि सबसे बुरी घटना बसीरहाट लोकसभा क्षेत्र के हरोआ ब्लाक में हुई, जहां मतदान के लिए जा रहे वोटरों पर फायरिंग की गई। चार लोग गोली लगने से घायल हुए और 17 अन्य धारदार हथियारों से घायल हुए। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, May 13, 2014, 13:54