Last Updated: Thursday, October 31, 2013, 20:36
नई दिल्ली : भाकपा ने आज कहा कि 2014 के लोकसभा चुनावों के बाद एक गैर-कांग्रेसी, गैर-भाजपाई सरकार के गठन में वाम दलों की भूमिका महत्वपूर्ण होगी।
भाकपा महासचिव एस सुधाकर रेड्डी ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पार्टी आम चुनावों में राज्यों में केंद्रित गठबंधनों और सीट बंटवारे पर ध्यान देगी ताकि एक मजबूत वामपंथी ढांचा उभर सके जो चुनाव के बाद एक गैर-कांग्रेसी, गैर-भाजपाई सरकार के गठन में अहम भूमिका निभाए।
भाकपा की राष्ट्रीय परिषद की तीन दिवसीय बैठक का कल यहां समापन हुआ जिसमें लोकसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा लिया गया और पार्टी के प्रादेशिक नेताओं ने अपने-अपने राज्यों में राजनीतिक घटनाक्रमों पर रिपोर्ट प्रस्तुत की।
पार्टी नेताओं ने विधानसभा चुनाव वाले पांच राज्यों में भी हालात की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि भाकपा ने राजस्थान और छत्तीसगढ़ में वाम दलों तथा धर्मनिरपेक्ष पार्टियों से हाथ मिलाया है और दिल्ली तथा मध्य प्रदेश में सीमित उम्मीदवारों को उतारने का निर्णय लिया है। राष्ट्रीय परिषद ने देश के अनेक हिस्सों में और खासतौर पर हिंदीभाषी इलाकों में बिगड़ते सांप्रदायिक हालात पर भी गंभीर रूप से चिंता व्यक्त की।
वरिष्ठ पार्टी नेता अतुल कुमार अनजान ने दंगा प्रभावित मुजफ्फरनगर और आसपास के क्षेत्रों में आरएएफ तैनात करने की और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। पार्टी ने पूर्व सेना प्रमुख जनरल वीके सिंह के रवैये और पद छोड़ने के बाद राजनीति में उनकी बढ़ती रुचि पर भी चिंता व्यक्त की। (एजेंसी)
First Published: Thursday, October 31, 2013, 20:36