Last Updated: Wednesday, January 8, 2014, 00:07

नयी दिल्ली : मुजफ्फरनगर दंगा के प्रभावितों को अपने संगठन में भर्ती करने के लिए लश्कर ए तैयबा द्वारा उनसे संपर्क करने की खबरों पर कांग्रेस ने कहा कि इससे राहुल गांधी का यह बयान सही साबित हुआ कि पाकिस्तानी की खुफिया एजेंसी आईएसआई दंगा पीड़ितों को लालच दे रही थी जबकि भाजपा ने सरकार से ‘लश्कर अभियान’ के तथ्यों पर स्पष्टीकरण मांगा है। कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा है कि इस खबर से पिछले साल अक्तूबर में एक चुनावी रैली दंगाप्रभावितों पर राहुल गांधी के बयान की पुष्टि हुई जिस पर विपक्षी दल भड़क गए थे।
सिंह ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘यदि यह सूचना सही है कि लश्कर के कुछ लोग शरणार्थियों को लुभाने के लिए राहत शिविरों में गए थे तब राहुल गांधी ने जो कुछ कहा था, वह सही साबित होती है। ’ मीडिया में खबर आयी है कि लश्कर ए तैयबा के साथ कथित संपर्क को लेकर पिछले महीने गिरफ्तार किए गए हरियाणा के दो मौलवी और एक अन्य लश्कर आतंकवादी मुजफ्फरनगर के राहत शिविरों में गए थे और उन्होंने लोगों को अपने संगठन में भर्ती करने की कोशिश की थी।
कांग्रेस प्रवक्ता शकील अहमद ने कहा कि आतंकवादी संगठनों के ऐसे प्रयास कोई नयी बात नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया, ‘भारत में जब कभी सांप्रदायिक समस्या खड़ी होती है तो पाकिस्तान की आईएसआई और भारत के भाजपाई खुशियां मनाते हैं। आईएसआई भारत के मुसलमानों को मदद पहुंचाने के नाम पर मुस्लिम देशों से धन चाहती है। सो उनको धन मिलता है। जब कहीं सांप्रदायिक समस्या खड़ी होती है, भाजपा को वोट मिलता है।’ कांग्रेस नेता ने कहा कि जहां तक इस देश में सांप्रदायिक दंगे फैलाने की बात है तो आईएसआई और भाजपा एक ही सिक्के के दो पहलू हैं।
उन्होंने कहा कि मुजफ्फरनगर दंगा प्रभावितों पर राहुल गांधी के बयान की आलोचना हुई लेकिन वह सच बयान था। भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा कि पूरे मामले की गहनता से जांच की जानी चाहिए। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, January 8, 2014, 00:07