चाय पर चर्चा : मोदी बोले- विदेशों में जमा कालाधन वापस लाकर ईमानदार करदाताओं में बांटेंगे

चाय पर चर्चा : मोदी बोले- विदेशों में जमा कालाधन वापस लाकर ईमानदार करदाताओं में बांटेंगे

चाय पर चर्चा : मोदी बोले- विदेशों में जमा कालाधन वापस लाकर ईमानदार करदाताओं में बांटेंगेज़ी मीडिया ब्‍यूरो

अहमदाबाद: भारतीय जनता पार्टी का चाय का चौपाल अभियान बुधवार से से देश भर में शुरू हो गया। इस अभियान की शुरुआत आज अहमदाबाद से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये हुई।

गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को दावा किया कि भाजपा के सत्ता में आने पर विदेशों में जमा कालेधन को वापस लाया जाएगा और उस धन से ईमानदार करदाताओं को उपहार के तौर पर 5 से 10 प्रतिशत हिस्सा दिया जाएगा।

प्रधानमंत्री पद के भाजपा के उम्मीदवार ने आज 'चाय पे चर्चा' अभियान के तहत चाय की चुस्की के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये 1,000 स्थानों पर आम लोगों से संवाद किया और शासन तथा काले धन पर कांग्रेस पर निशाना साधा। मोदी ने कहा कि वह एक कार्यबल बनाएंगे और काले धन को वापस लाने के लिए कानून बदलेंगे। उन्होंने कहा कि काले धन को वापस लाना सरकार की अहम जिम्मेदारी है। अगली सरकार ही यह कर सकेगी और यह व्यक्तिगत रूप से मेरा वचन है। मोदी ने कहा कि जब भी यह धन वापस लाया जाता है तो उस वेतनभोगी वर्ग में उपहार स्वरूप 5 से 10 प्रतिशत हिस्सा बांटा जाएगा जिसकी निश्चित आय है और जो ईमानदारी से कर अदा करता है।

मोदी ने एक तरह से वेतनभोगी वर्ग और कर्मचारियों, जो महंगाई से सीधे तौर पर प्रभावित होते हैं, को चुनाव से पहले लुभाते हुए कहा कि मैं 5 से 10 प्रतिशत राशि उन लोगों में बांटूंगा जिनकी निश्चित आय है और नियमित करदाता हैं। उन्होंने घोषणा की कि भाजपा सत्ता में आने पर विदेशों में काले धन की पनाहगारों से जानकारी मंगाएगी और एक एक पैसा वापस लाया जाएगा। मोदी ने कहा कि पूरा देश काले धन को लेकर चिंतित है। यह एक राष्ट्र-विरोधी गतिविधि है। काले धन को वापस लाने के लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति चाहिए। मैं अपने देशवासियों को आश्वासन देता हूं कि जब हम दिल्ली में सरकार बनाएंगे तो हम एक कार्यबल बनाएंगे और निश्चित रूप से कानूनों में संशोधन करेंगे। उन्होंने काले धन को ‘राष्ट्रीय चिंता’ और कुशासन को डायबिटीज के समान बताया।

इस संबंध में एक प्रश्न का उत्तर देते हुए मोदी ने कहा कि हम भारतीय नागरिकों द्वारा विदेशों में जमा पाई पाई को वापस लाएंगे। मैं इसके लिए प्रतिबद्ध हूं क्योंकि यह धन भारत की गरीब जनता का है और किसी को इस तरह की राष्ट्र-विरोधी गतिविधि का हक नहीं है। गुजरात के मुख्यमंत्री ने कहा कि शरीर कितना भी ताकतवर हो लेकिन एक बार डायबिटीज का रोग लग जाए तो कई बीमारियां होनी शुरू हो जाती हैं। कुशासन मधुमेह की तरह है। भ्रष्टाचार शुरू हो जाता है, कोई विकास नहीं होता और लोग सहने को मजबूर हो जाते हैं।

मोदी ने भाजपा के बहु प्रचारित ‘नमो के साथ चाय पे चर्चा’ के तहत लोगों से वार्ता की जहां उन्होंने सुशासन पर देशभर के लोगों के प्रश्नों के उत्तर दिए। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि जब 125 करोड़ आबादी वाले किसी देश का अपनी चुनी हुई सरकार से भरोसा उठ जाता है तो देश कैसे चल सकता है? महात्मा गांधी ने हमें स्वराज दिया लेकिन हम सुराज नहीं ला सके। मोदी ने लोगों को दिये अपने संबोधन की शुरूआत में चाय की दुकानों को ‘फुटपाथ पर संसद’ करार दिया और ‘चाय वाला’ के तौर पर अपनी पहचान का जिक्र करने से नहीं चूके। मोदी की इसी पहचान से मणिशंकर अय्यर जैसे नेताओं ने उनकी खिल्ली उड़ाने की कोशिश की लेकिन वह इसे हथियार के तौर पर चुनावी अभियान में लेकर निकले हैं।

उन्होंने कहा कि आज जब मैं चाय पर आपसे बात करने निकला हूं तो बचपन की यादें ताजा हो जाती हैं। मुझे झिड़कियों और अपमान के वाकये याद हैं। यह एक अनोखा अनुभव था। आतंकवाद के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि इस दिशा में ‘कतई बर्दाश्त नहीं करने’ का रख होना चाहिए।

मोदी ने आज अहमदाबाद में चाय की चौपाल लगाकर 300 शहरों में लोगों से बात करते हुए कहा कि चाय हर किसी से जुड़ी है। अब चाय की चौपाल पर सुशासन की बातें होंगी। मैंने चाय बेचते बेचते बहुत बात सीखी। चायवालों से नरेंद्र मोदी ने वीडिया कान्‍फ्रेंसिेंग के जरिये कहा कि चाय की चुस्‍की पर हर तबका चर्चा करता है। चाय से चाह बढ़ती है। चाय का ठेला तो फुटपाथ की संसद है। मोदी ने कहा कि आगामी चुनाव देश के लिए एक महाउत्‍सव है। इसलिए आज की चर्चा सुशसान पर हो रही है। हमारा स्‍वराज अब तक सुराज में नहीं बदल पाया। सरकार के खिलाफ लोगों में काफी नाउम्‍मीदी है। सवा सौ करोड़ लोगों का भरोसा टूट चुका है। भारत जैसे देश में सुशासन पर जोर होना चाहिए। मोदी ने यह भी कहा कि चाय से बचपन की यादें ताजा हो जाती हैं और अब आधुनिक तकनीक के जरिये मैं सबसे जुड़ रहा हूं, अपनी विचारें साझा कर रहा हूं।

First Published: Wednesday, February 12, 2014, 18:41

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