गांधीनगर से लालकृष्ण आडवाणी और वड़ोदरा से मोदी को भाजपा ने थमाया टिकट

गांधीनगर से लालकृष्ण आडवाणी और वड़ोदरा से मोदी को भाजपा ने थमाया टिकट

गांधीनगर से लालकृष्ण आडवाणी और वड़ोदरा से मोदी को भाजपा ने थमाया टिकटज़ी मीडिया ब्यूरो

नई दिल्ली : भाजपा के सबसे अनुभवी नेता लालकृष्ण आडवाणी गुजरात के गांधीनगर सीट से ही लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे। बुधवार शाम भाजपा ने आडवाणी की उम्मीदवारी का ऐलान किया। इस घोषणा के साथ ही आडवाणी के भोपाल से चुनाव लड़ने की संभावनाओं पर विराम लग गया है। इसके अलावा भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी बनारस के साथ वड़ोदरा से भी चुनाव लड़ेंगे। बुधवार शाम भाजपा ने 67 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया।

भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की दिन भर चली बैठक में इस मसले पर गहन विचार विमर्श के बाद आडवाणी के संबंध में यह फैसला किया गया और इस बैठक से 86 वर्षीय आडवाणी यह कहते हुए गैरहाजिर रहे कि वह उनके निर्वाचन क्षेत्र से जुड़े मसले पर चल रहे विचार विमर्श का हिस्सा नहीं बनना चाहते थे।

आडवाणी ने पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह को संदेश भिजवा दिया था कि वह आगामी लोकसभा चुनाव गांधीनगर की बजाय भोपाल से लड़ना चाहते हैं। हालांकि गांधीनगर सीट का वह लोकसभा में पांच बार प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि क्या आडवाणी ने पार्टी के फैसले पर सहमति जतायी है या नहीं। इस निर्णय के बाद देर रात सुषमा स्वराज और नितिन गडकरी आडवाणी से मिलने उनके आवास पर गए।

आडवाणी इस बात पर अड़े हुए हैं कि उन्हें कई अन्य नेताओं की तरह अपनी पसंद के निर्वाचन क्षेत्र का चुनाव करने का अधिकार होना चाहिए क्योंकि कई अन्य नेताओं को भी उनकी पसंदीदा सीटें आवंटित की गयी हैं। सूत्रों ने यह जानकारी दी। पार्टी के वरिष्ठता क्रम में मोदी की पदोन्नति के बाद से ही आडवाणी नाराज चल रहे थे और गांधीनगर से बदलकर उन्हें भोपाल की सीट दिए जाने की उनकी इच्छा को मोदी के साथ तल्ख होते उनके रिश्तों के रूप में देखा जा रहा है।

बताया जाता है कि बैठक में मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि आडवाणी को गांधीनगर से ही चुनाव लड़ना चाहिए और इससे यह संदेश गया है कि पार्टी में सब कुछ ठीक नहीं है। आडवाणी 10वीं लोकसभा (1991-96), 12वीं लोकसभा (1998-99), 13वीं लोकसभा (1999-2004), 14वीं लोकसभा (2004-09) तथा मौजूदा 15वीं लोकसभा (2009-14) में गांधीनगर का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।

पार्टी ने आज जिन 60 उम्मीदवारों की सूची को अंतिम रूप दिया उनमें बालीवुड की बीते जमाने की ड्रीमगर्ल हेमा मालिनी को उत्तर प्रदेश के मथुरा से जबकि ओलंपिक पदक विजेता राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को जयपुर (ग्रामीण) से टिकट दिया गया है।

उम्मीदवारों की सूची घोषित करते हुए भाजपा नेता थावरचंद गहलोत ने इस सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया कि क्या आडवाणी ने उन्हें गांधीनगर से उम्मीदवार बनाए जाने के फैसले को स्वीकार कर लिया है। उन्होंने मीडिया से बातचीत को समेटते हुए कहा, ‘मैंने आपको लिए गए फैसलों के बारे में बताया है।’ ऐसे भी कयासों का बाजार गर्म था कि आडवाणी गांधीनगर से चुनाव नहीं लड़ना चाहते या तो उन्हें काम बिगाड़े जाने की आशंका है या वह जीत के लिए मोदी पर निर्भर नेता के रूप में नहीं दिखना चाहते।

सीईसी की बैठक के तुरंत बाद मोदी आडवाणी की उम्मीदवारी पर बनी अनिश्चितता को दूर करने के प्रयास के तहत यहां संघ प्रमुख मोहन भागवत से मिलने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ मुख्यालय गए और इस मामले में उनका आशीर्वाद लिया।

आज जारी की गयी सूची में गुजरात और राजस्थान से 21-21 उम्मीदवार, उत्तर प्रदेश से 15 उम्मीदवारों, बिहार से तीन, महाराष्ट्र से दो और केरल, झारखंड, अंडमान निकोबार, दादरा नगर हवेली तथा दमन और दीव से एक-एक उम्मीदवार शामिल हैं। पार्टी ने ओडिशा विधानसभा चुनाव के लिए 15 और अरूणाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 17 उम्मीदवारों के नामों की भी घोषणा की। (एजेंसी इनपुट के साथ)

First Published: Wednesday, March 19, 2014, 21:19

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