लखनऊ रैली में गरजे मोदी, कहा- भाजपा की सुनामी में उखड़ जाएंगे सपा, बसपा, कांग्रेस

लखनऊ रैली में गरजे मोदी, कहा- भाजपा की सुनामी में उखड़ जाएंगे सपा, बसपा, कांग्रेस

लखनऊ रैली में गरजे मोदी, कहा- भाजपा की सुनामी में उखड़ जाएंगे सपा, बसपा, कांग्रेसलखनऊ : भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी ने समाजवादी पार्टी (सपा) समेत विभिन्न दलों की धर्मनिरपेक्षर्तां पर सवाल खड़ा करते हुए रविवार को कहा कि ये दल धर्मनिरपेक्षता की आड़ में सिर्फ वोटबैंक की राजनीति साधते हैं जबकि भाजपा के लिए इसका मतलब लोगों को जोड़ना और विकास करना है।

नवाबों के शहर लखनऊ में आयोजित विजय शंखनाद महारैर्लीं में मोदी ने कहा कि सपा, बसपा और कांग्रेस अपनी विपलताएं छुपाने के लिए धर्मनिरपेक्षता का नकाब पहनकर देश को गुमराह करने की कोशिश करते हैं। उनसे जब रोजगार, शिक्षा की व्यवस्था करने और महंगाई कम करने की बात की जाती है तो वे इन मुद्दों को छोड़कर धर्मनिरपेक्षता को खतरे में होने की बातें करने लगते हैं।

उन्होंने कहा, हमारे लिए धर्मनिरपेक्षता का मतलब है इंडिया फर्स्ट। उनका सेक्युलरिज्म केवल चुनावी नारा है, हमारा सेक्युलरिज्म, पंथनिरपेक्षता है। उनकी धर्मनिरपेक्षता केवल लोगों को डराना है लेकिन हमारा सेक्युलरिज्म..आर्टिकल ऑफ फेथ है, लोगों को जोड़ना और विकास करना है। जो लोग हमें ललकारते हैं, उन्हें मेरी ललकार है-`आंधियों की जिद है जहां बिजली गिराने की, मुभमें भी जिद है वहीं आशियां बनाने की।`

उत्तर प्रदेश सरकार पर तंज के साथ मुसलमानों का दिल छूने की कोशिश करते हुए मोदी ने कहा, हजयात्रा करना हर मुसलमान की ख्वाहिश होती है। गुजरात में हर वर्ष सिर्फ 4800 लोगों को कोटा दिया है लेकिन जब अर्जी मंगवाते हैं तो गुजरात में 38 हजार अर्जियां आती हैं और सेक्युलरिज्म की रेवड़ियां बांटने वाले लोगों के राज में 32 हजार के कोटे में अर्जियां सिर्फ आती हैं 35 हजार। उन्होंने कहा अगर यहां मुसलमानों की आर्थिक स्थिति अच्छी होती तो इतनी कम अर्जियां नहीं आतीं। नेताजी (मुलायम सिंह यादव) आपने मुसलमानों को वोट का टुकड़ा ही समझकर रखा है।

मोदी ने कहा, ‘अभी चुनाव की गर्मी शुरू होना बाकी है। उसके बावजूद यह जनसमर्थन देखकर साफ लग रहा है कि भाजपा की आंधी चल रही है। चुनाव घोषित होते ही यह सुनामी में परिवर्तित हो जाएगा और सबका विनाश तय है। ‘स’ का मतलब सपा, ‘ब’ का मतलब बसपा और ‘का’ का मतलब कांग्रेस। इस सबका ने सबको लूटा है, इसलिए उनका विनाश तय है।’

उन्होंने आज ही इलाहाबाद में रैली कर रहे सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव पर हमला करते हुए कहा कि नेताजी (मुलायम) ने अपने भाषण में पराजय स्वीकार कर ली। वह अपने भाषण में वह कह रहे थे कि मोदी जी रैलियों में भीड़ एकत्र करने में मुकाबला मत करो। मतलब इसमें तो उन्होंने पराजय स्वीकार कर ली।

मोदी ने कहा, ‘नेताजी कहते हैं कि मोदी विकास के मुद्दे पर मुकाबला करें। मैं विकास की राजनीति का पक्षधर रहा हूं। मैं 10 साल से कह रहा हूं कि वोट बैंक की राजनीति छोड़ो, विकास के मुद्दे पर आओ। मुझे खुशी है कि नेताजी को अपने पुराने रास्ते छोड़कर अपने भाषण में विकास की चर्चा करने को मजबूर होना पड़ा। यह उनकी दूसरी पराजय है।’
उन्होंने कहा कि यादव गुजरात की आलोचना कर रहे हैं। अच्छा होता अगर वह उत्तर प्रदेश में अपनी पार्टी की सरकार के काम का हिसाब देते। इस सरकार के कार्यकाल में एक साल में 150 दंगे कराए गए। गुजरात में 10 साल में एक भी दंगा नहीं हुआ। कहीं कर्फ्यू तक नहीं लगा।

मोदी ने कहा, ‘नेताजी शर्म से माथा झुक जाता है। आपके नेताओं की गुंडागर्दी के कारण पूरे देश में जितने भी गम्भीर गुनाह हुए हैं उसमें 45 प्रति गुनाह आपकी नाक के नीचे हुए हैं। प्रदेश में महिला उत्पीड़न की 20 हजार से ज्यादा घटनाएं हुई हैं, आप किस विकास की बात करते हैं। क्या लोग आपको चुनकर इसलिए बैठाते हैं। आपके एक नेता ने कानपुर में छात्रों की पिटाई की। पुलिस ने जुल्म किया। इस गुंडागर्दी की राजनीति को देश अब स्वीकार नहीं करेगा। नेताजी आपके कारनामे कैसे हैं, उनके बारे में मुझे ज्यादा कुछ कहने की जरूरत नहीं है।’

मोदी ने कहा, ‘अब सपा में भी दो खेमे हो गए हैं। एक का नाम है, समाज विरोधी पार्टी और दूसरे का नाम है सुखवादी पार्टी। नेताजी आपकी वजह से राममनोहर लोहिया जी को कितनी पीड़ा होती होगी।’ उन्होंने लखनऊ से सांसद रहे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को याद किया और कहा कि लखनऊ को देखकर उन्हें वाजपेयी और उनका नेतृत्व याद आता है। उनसे बहुत कुछ सीखा है लेकिन पिछले कुछ वर्षों से यहां ऐसी सरकारें रही हैं जिनके कारनामों के कारण जो लखनऊ अदब के लिए जाना जाता था वहां अब तहजीब पर तहबाजारी हावी हो गए हैं। बदमाशों का बोलबाला है और गोमती नदी नाले में तब्दील हो गई है।

मोदी ने कहा कि वाजपेयी कहते थे कि दिल्ली का रास्ता लखनऊ से गुजरता है। समृद्ध भारत का सपना तभी पूरा होगा जब समृद्ध उत्तर प्रदेश की नींव तय होगी। अगर भारत का भाग्य बदलना है तो उसकी शुरुआत उत्तर प्रदेश से करनी होगी। गरीबों शोषितों का कल्याण करना है तो उसकी शुरुआत इस विशाल प्रदेश से करनी होगी। एक बार यूपी शक्तिशाली बन गया तो देश को ताकतवर बनने में देर नहीं लगेगी।

उन्होंने कहा, ‘निराशा में डूबे नेता देश को ऊपर नहीं उठा सकते। मैं आशा से भरा हुआ व्यक्ति हूं। मेरी पार्टी आशा से भरी है। भाजपा का लोकतंत्र तो देखिए कि मुझ जैसे पिछड़ी जाति के घर में पैदा हुए और चाय बेचकर जिंदगी चलाने वाले व्यक्ति को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बना दिया। दलितों, शोषितों और वंचितों...आने वाला दशक आपका है।’

मोदी ने कहा कि वह उत्तर प्रदेश की जनता को भरोसा दिलाते हैं कि सत्ता के लिए चुने जाने पर वह प्रधानमंत्री के पद पर चौकीदार की तरह बैठेंगे और दिल्ली की तिजोरी पर किसी का पंजा नहीं पड़ने देंगे। चाहे कोई हाथी पर बैठकर आए, चाहे साइकिल पर सवार होकर आए। (एजेंसी)

First Published: Sunday, March 2, 2014, 19:43

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