Last Updated: Monday, February 24, 2014, 20:48
कोलकाता : लोकसभा चुनाव से पहले दिल्ली के जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी की तारीफ करते हुए आज कहा कि धर्मनिरपेक्ष भारत के लिए वह अन्य लोगों के मुकाबले बेहतर प्रधानमंत्री बनेंगी। बुखारी ने पश्चिम बंगाल में ममता द्वारा अल्पसंख्यक समुदाय के लिए किए गए कार्यों की खूब प्रशंसा की है।
भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के बीच छुप-छुपा कर हुए गठजोड़ की खबरों को खारिज करते हुए बुखारी ने आशा जतायी कि ममता चुनाव के बाद भी भाजपा के साथ गठबंधन नहीं करेंगी। कांग्रेस और वाम दलों ने आरोप लगाया है कि भाजपा और तृणमूल ने अप्रत्यक्ष रूप से गठजोड़ कर लिया है।
बुखारी ने कहा, राज्य में अल्पसंख्यकों और मुस्लिम समुदाय के विकास के लिए उन्होंने जो विकास कार्य किए हैं उनके बारे में पूरी जानकारी एकत्र करने के बाद मैं व्यक्तिगत रूप से मानता हूं कि भारत को उनके जैसे धर्मनिरपेक्ष नेता की जरूरत है जो काम करने में विश्वास रखता है बातें करने में नहीं। बुखारी ने कहा, उनकी धर्मनिरपेक्ष छवि को देखते हुए, मैं व्यक्तिगत रूप से मानता हूं कि 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद प्रधानमंत्री पद की दौड़ में शामिल अन्य लोगों के मुकाबले ममता बनर्जी बेहतर प्रधानमंत्री बनेंगी।
दिल्ली के जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने भाजपा शासित राज्यों को छोड़कर अन्य सभी राज्य के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर सच्चर समिति की सिफारिशों को लागू करने के संबंध में जानकारी मांगी है। शाही इमाम ने यह भी जानना चाहा है कि उनके राज्यों में मुसलमानों के कल्याण के लिए सरकार ने क्या ठोस कदम उठाए हैं।
बुखारी ने कहा, मैंने भाजपा शासित राज्यों को छोड़कर, सभी मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखा है। लेकिन किसी ने मेरी चिट्ठी का जवाब देने की जहमत नहीं उठायी। सिर्फ ममता ने पश्चिम बंगाल में मुसलमानों के कल्याण के लिए उठाए गए कदमों की विस्तृत जानकारी के साथ जवाब दिया। यह पूछने पर कि क्या ममता चुनाव के बाद राजग के साथ जा सकती हैं, बुखारी ने कहा, जहां तक मुझे लगता है, वह धर्मनिरपेक्ष नेता है और भाजपा या राजग के साथ नहीं जाएंगी। हम यही आशा करते हैं। (एजेंसी)
First Published: Monday, February 24, 2014, 20:48