मंडेला की स्मृति सभा: शिष्टमंडल का नेतृत्व करेंगे राष्ट्रपति

मंडेला की स्मृति सभा: शिष्टमंडल का नेतृत्व करेंगे राष्ट्रपति

नई दिल्ली : राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने सोमवार को कहा कि नेलसन मंडेला की स्मृति सभा में शरीक होने के लिए उनके नेतृत्व में दक्षिण अफ्रीका जा रहे एक उच्च स्तरीय शिष्टमंडल द्वारा भारत की ओर से गहरा दुख और व्यक्तिगत नुकसान पहुंचने की बात से अवगत कराया जाएगा।

मुखर्जी ने रवानगी से पहले अपने बयान में कहा कि दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति का नाम बच्चा-बच्चा जानता था और वह भारतीयों के अपने जैसे हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘मेरा शिष्टमंडल और मैं उम्मीद करते हैं कि हम दक्षिण अफ्रीका की सरकार एवं वहां के लोगों को बता सकेंगे कि भारत में हम हमारे प्यारे ‘मादिबा’ के निधन पर कितना गहरा दुख और व्यक्तिगत नुकसान महसूस कर रहे हैं। मुखर्जी ने कहा कि मंडेला का जीवन क्रूरता और घोर अन्याय के खिलाफ मानव की मजबूती और साहस का एक जीवंत उदाहरण है।

उन्होंने कहा कि मंडेला उन हस्तियों में आखिरी थे जिन्होंने उपनिवेशवाद के खिलाफ दुनिया के संघर्ष का नेतृत्व किया और उनका संघर्ष हमारे लिए विशेष मायने रखता है क्योंकि हमें उनमें महात्मा गांधी के उपनिवेशवाद विरोधी संघर्ष का प्रतिबिंब दिखा। मुखर्जी के साथ शिष्टमंडल में संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री आनंद शर्मा, लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज और संसद सदस्य सीताराम येचुरी तथा सतीश चंद्र मिश्र के अलावा सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल होंगे।

उन्होंने कहा कि भारत और दक्षिण अफ्रीका, दोनों देशों के लोगों ने उपनिवेशवाद का दंश झेला है और स्वतंत्रता हासिल की। उन्होंने कहा कि आज हम साझा लक्ष्यों को हासिल करने के अपने संकल्प और एक नयी दुनिया बनाने के लिए एकजुट हैं। (एजेंसी)

First Published: Tuesday, December 10, 2013, 00:13

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