मनमोहन का अर्थशास्त्र अनर्थशास्त्र में बदला : जावड़ेकर

मनमोहन का अर्थशास्त्र अनर्थशास्त्र में बदला : जावड़ेकर

भोपाल: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रकाश जावड़ेकर ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर आर्थिक क्षेत्र में असफल होने का आरोप लगाते हुए कहा है कि यह विडंबना ही है कि अर्थशास्त्री होते हुए भी उनका अर्थशास्त्र अनर्थशास्त्र में बदल गया है।

जावड़ेकर ने मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा कि बेलगाम मंहगाई और देश की अर्थव्यवस्था का ध्वस्त हो जाना प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की आर्थिक विफलता के सबूत हैं। महंगाई के कारण आम आदमी की जिंदगी तकलीफजदा हो गई है। महंगाई आसमानी संकट नहीं, सुल्तानी संकट है। इसके लिए सीधे कांग्रेस और उसके नेतृत्व वाली संप्रग सरकार जबावदेह है।

उन्होंने कहा कि जब-जब भाजपा सत्ता में आती है, मंहगाई काफूर हो जाती है और कांग्रेस के सत्ता में आते ही महंगाई पंख पसारने लगती है। 1998 में जब प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में राजग सरकार का गठन हुआ था, तब आर्थिक विकास दर 4.8 प्रतिशत थी, राजग सरकार की दूरदर्शिता के कारण 2004 में देश की आर्थिक विकास दर 8़.4 प्रतिशत हो गई। कांग्रेस को राजग से गुलाबी अर्थव्यवस्था विरासत में मिली थी जिसका उसने 2004 में संसद में भी उल्लेख किया था लेकिन पिछले नौ वर्षो में संप्रग सरकार ने देश को पिछड़ेपन के कगार पर ढकेल लिया है।

मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने के बाद जावड़ेकर ने कहा कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को पराजय हाथ लगेगी। भाजपा मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान एवं दिल्ली में विधानसभा चुनाव में शानदार सफलता प्राप्त करेगी और मिजोरम में भी कांग्रेस को पराजय का मुंह देखना पड़ेगा।

उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव सेमी-फाइनल है, मध्य प्रदेश में पार्टी रिकार्ड जीत हासिल करेगी, जिसका असर आने वाले लोकसभा चुनाव पर पड़ेगा और दिल्ली में सरकार बनाने के लिए रास्ता मध्य प्रदेश से आरंभ होगा। (एजेंसी)

First Published: Friday, October 11, 2013, 00:07

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