बीजिंग पहुंचे मनमोहन सिंह, अहम समझौंतों पर होंगे हस्ताक्षर

बीजिंग पहुंचे मनमोहन सिंह, अहम समझौंतों पर होंगे हस्ताक्षर

बीजिंग पहुंचे मनमोहन सिंह, अहम समझौंतों पर होंगे हस्ताक्षरबीजिंग : प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह तीन दिन की चीन यात्रा पर मंगलवार को बीजिंग पहुंचे। इस यात्रा के दौरान भारत-चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीनी सैनिकों की घुसपैठ रोकने की प्रणाली पर सहमति सहित कई अन्य महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है।

रूस दौरे के बाद आज रात यहां पहुंचे मनमोहन सिंह चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग और प्रधानमंत्री ली क्विंग के साथ बुधवार को मुख्य मुद्दों पर वार्ता करेंगे। वह चीनी संसद, नेशनल पीपुल्स कांग्रेस के अध्यक्ष च्यांग देजियांग से भी मिलेंगे।

अधिकारियों ने बताया कि मनमोहन और ली की वार्ता के दौरान सीमा सुरक्षा सहयोग सहमति के अलावा अन्य कई समझौतों पर हस्ताक्षर होंगे। प्रधानमंत्री की यात्रा से इतर आयोजित हो रहे दूसरे भारत-चीन सीईओ फोरम में हिस्सा लेने वाले व्यवसायियों को दोनों देशों के प्रधानमंत्री संबोधित करेंगे।

बीडीसीए पर दस्तखत होने का रास्ता साफ होने का संकेत देते हुए सूत्रों ने कहा, ‘‘अभी परिणाम के बारे में नहीं पूछिए। हम आपको कल ब्योरा देंगे।’’ सुरक्षा संबंधी कैबिनेट समिति ने वास्तविक नियंत्रण रेखा पर टकराव की स्थितियों से बचने के लिए विश्वास बहाली के कदमों के तहत पिछले हफ्ते बीडीसीए को मंजूरी दी थी। वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन की ओर से कई बार घुसपैठ हुई हैं।

बीडीसीए में दोनों देशों के डीजीएमओ के बीच भारत और पाकिस्तान की तर्ज पर एक हॉटलाइन स्थापित करने का भी प्रस्ताव है। सिंह और ली के बीच बातचीत के बाद समझौते को मंजूरी मिलने की संभावना है। ली प्रधानमंत्री के लिए भोज का आयोजन भी करेंगे। दोनों नेताओं की पांच महीने के अंदर यह दूसरी मुलाकात है। इससे पहले मई में चीनी प्रधानमंत्री भारत यात्रा पर आये थे।

राष्ट्रपति शी चिनफिंग भी कल सिंह के लिए रात्रिभोज देंगे। लद्दाख में इस साल की शुरुआत में देपसांग के घटनाक्रम के संदर्भ में इस समझौते को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। देपसांग घाटी में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी :पीएलए: के सैनिकों ने घुसपैठ की थी और तीन हफ्तों तक वहां रुके रहे थे।

हालांकि इस तरह के संकेत हैं कि दोनों देशों के बीच चीनवासियों के लिए उदार वीजा संबंधी सहमति पर दस्तखत होने की संभावना नहीं है। इसे एक तरह से ‘जैसे को तैसे’ के तौर पर देखा जा रहा है क्योंकि हाल ही में चीन ने अरणाचल प्रदेश के दो भारतीय तीरंदाजों को नत्थी किया हुआ (स्टेपल्ड) वीजा दिया था। (एजेंसी)

First Published: Tuesday, October 22, 2013, 19:53

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