Last Updated: Tuesday, February 18, 2014, 22:25

रोम : इटली ने भारत में मुकदमे का सामना कर रहे दो इतालवी मरीन के मामले में सख्त रुख अख्तियार करते हुए नई दिल्ली से अपने राजदूत को वापस बुला लिया और भारतीय अधिकारियों के रवैये को ‘गैरजिम्मेदाराना’ बताया। इस बारे में खबरें हैं कि इतालवी सरकार द्विपक्षीय संधियों पर रोक लगा सकती है।
अपने राजदूत को वापस बुलाने के इटली के फैसले की घोषणा करते हुए इतालवी विदेश मंत्री एमा बोनिनो ने कहा, ‘इटली की सरकार ने भारत में अपने राजदूत डेनियल मेंचिनी को परामर्श के लिए तत्काल बुलाने का आदेश दिया है।’ इतालवी समाचार एजेंसी एएनएसए के मुताबिक रोम में नियुक्त भारतीय राजदूत बसंत कुमार गुप्ता को वहां विदेश मंत्रालय ने तलब किया और कहा कि ऐसा लगता है कि भारत नौसैनिकों के मुद्दे को खींच रहा है, जो दो साल पहले केरल तट पर दो मछुआरों की कथित हत्या को लेकर मुकदमें का सामना कर रहे हैं। मुकदमे के लंबा खींचने को लेकर इटली की नाराजगी से उन्हें अवगत कराया गया।
ऐसा लगता है कि उच्चतम न्यायालय में मंगलवार को इस मामले की सुनवाई टलने से इटली नाराज हो गया। न्यायालय ने हत्या के आरोपों का सामना कर रहे इतालवी मरीन मासिमिलानो लातोरे तथा सल्वातोरे गिरोने के मामले में सुनवाई 24 फरवरी तक स्थगित कर दी। पहले, सुनवाई आज ही होने का कार्यक्रम था। भारत के खिलाफ आरोप का नेतृत्व करते हुए इतालवी विदेश मंत्री एम्मा बोनिनो ने कहा कि हम वहां जाकर सैन्य बल से नौसैनिकों को वापस नहीं ले सकते लेकिन नई इतालवी सरकार के पास कई विकल्प खुले हैं।
मीडिया में आई खबरों में कहा गया है कि इससे द्विपक्षीय संधियों पर रोक लगा सकती है और इतालवी नौसेना के समुद्री लूट रोधी मिशन से सैनिकों को वापस बुलाया जा सकता है। उधर, नई दिल्ली में आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि अपने कदम के बारे में इटली ने विदेश मंत्रालय को सूचना नहीं दी है। यदि वे अपने राजदूत को परामर्श के बुलाते हैं तो इतालवी सरकार के लिए विदेश मंत्रालय को सूचित करने की कोई जरूरत नहीं है।
बोनिनो ने कहा कि इटली का मुख्य उद्देश्य दोनों नौसैनिकों की समय पर स्वदेश वापसी है। बोनिनो ने कहा, ‘इटली का मुख्य उद्देश्य दोनों नौसैनिकों की समय पर स्वदेश वापसी सुनिश्चित करना है। मामले से निपटने में भारत की असमर्थता के चलते इटली अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार एक संप्रभु देश के नाते अपने अधिकारों के लिए प्रतिबद्धता को जारी रखेगा और तेज करेगा।’
एएनएसए की खबर के अनुसार नौसैनिकों के मुद्दे को देख रहे इतालवी सरकार के दूत स्टीफन डि मिस्चुरा ने नौसैनिकों के मुद्दे पर कहा, ‘इस परिस्थिति से निपटने के लिए रोम आने वाले कुछ घंटों में फैसला करेगा।’ राजदूत को वापस बुलाने के फैसले को जायज ठहराते हुए इतालवी रक्षा मंत्री मारियो माउरो ने कहा, ‘इटली के राजदूत को वापस बुलाने का इटली की सरकार का फैसला न केवल न्यायसंगत है बल्कि अपरिहार्य है और हमारे नागरिकों की भावना को झलकाता है।’
लातोरे और गिरोने पर फरवरी, 2012 में दो भारतीय मछुआरों की कथित तौर पर हत्या के मामले में मुकदमा चल रहा है। इटली ने इस मामले को यूरोपीय संघ और संयुक्त राष्ट्र के साथ भी उठाया है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, February 18, 2014, 22:25