Last Updated: Saturday, March 22, 2014, 14:23

नई दिल्ली : राजस्थान के बाड़मेर से टिकट न मिलने से नाराज भाजपा नेता जसवंत सिंह ने बागी तेवर अपना लिए हैं। सिंह आने वाले दिनों में पार्टी छोड़ सकते हैं। जसवंत सिंह ने शनिवार को कहा कि भाजपा पर बाहरी लोगों का कब्जा होता जा रहा है और असली एवं नकली भाजपा नेताओं के बारे में जनता फैसला करेगी। सिंह ने संकेत दिया कि वह लोकसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में खड़े हो सकते हैं।
बाड़मेर से लोकसभा टिकट न मिलने पर नाराज चल रहे जसवंत सिंह ने कहा कि भाजपा में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है और पार्टी में बाहरी नेताओं का कब्जा हो रहा है जो पार्टी के लिए ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा में बने रहना है कि नहीं, इस बारे में वह 24 मार्च को फैसला करेंगे।
वहीं, जसवंत के बागी तेवर अख्तियार करने पर भाजपा भी सख्त हो गई है। पार्टी ने कहा है कि वह बाड़मेर से अपना उम्मीदवार नहीं बदलेगी।
गौरतलब है कि जसवंत सिंह अपने गृह नगर बाड़मेर लोकसभा सीट के लिए अपना नाम उम्मीदवार के तौर पर नहीं आने को लेकर नाखुश हैं। भाजपा ने बाड़मेर से जाट नेता कर्नल सोनाराम को उम्मीदवार बनाया है। सोनाराम कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं।
जसवंत पूर्व में राजस्थान के चित्तौड़गढ़ से 1991 और 1996 में और 2009 के चुनाव में पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग से चुनाव जीत चुके हैं। जसवंत सिंह की कथित मांग के बारे में पूछे जाने पर भाजपा की प्रवक्ता निर्मला सीतारमन ने कुछ भी बताने से इनकार किया। (एजेंसी)
First Published: Saturday, March 22, 2014, 14:23