Last Updated: Tuesday, January 28, 2014, 22:59

नई दिल्ली : जैन समुदाय को अल्पसंख्यक समुदाय की सूची में शामिल करने के बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मंगलवार को उम्मीद जताई कि यह दर्जा मिलने के बाद उनका तेजी से विकास होगा।
आचार्य लोकेश मुनी की अध्यक्षता में जैन समुदाय के सदस्यों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि समुदाय लंबे समय से राष्ट्रीय स्तर पर अल्पसंख्यक का दर्जा मांग रहा था और वह ‘खुश हैं कि उसे यह दर्जा मिल गया है। इस निर्णय से जैन समुदाय को तेजी से विकास करने में सहयोग मिलेगा।’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘सरकार ने देश में अल्पसंख्यक समुदाय के कल्याण, उनमें सुरक्षा की भावना भरने के लिए कई कदम उठाए हैं ताकि वे तेज गति से विकास कर सकें।’
जैन समुदाय को अल्पसंख्यक का दर्जा देने के लिए केंद्र सरकार के प्रति आभार प्रकट करते हुए लोकेश मुनी ने कहा कि इसके साथ समुदाय अपने अद्वितीय एवं मुख्य संस्कृति को अक्षुण्ण रखेगा। उन्होंने कहा, ‘उनकी संस्कृति को संवैधानिक सहयोग मिलेगा। इससे भगवान महावीर के अहिंसा, सह.. अस्तित्व और धैर्य के सिद्धांत का विश्व में प्रसार करने में सहयोग मिलेगा।’
अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री के. रहमान खान ने कहा कि जैन समुदाय को अल्पसंख्यक का दर्जा देने की मांग सरकार के पास काफी समय से लंबित थी और ‘मैं खुश हूं कि यह मांग मेरे कार्यकाल में पूरा हुआ।’ (एजेंसी)
First Published: Tuesday, January 28, 2014, 22:59