मोदी कैबिनेट में होंगे जेटली, राजनाथ, गडकरी!

मोदी कैबिनेट में होंगे जेटली, राजनाथ, गडकरी!

नई दिल्ली : देश के 15वें प्रधानमंत्री के तौर पर आज शपथ लेने जा रहे नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में अरूण जेटली, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी और शिवसेना के अनंत गीते शामिल हो सकते हैं।

चर्चा है कि इस मंत्रिमंडल में कई मंत्रालयों का पुनर्गठन किया जाएगा और एक एक कैबिनेट मंत्री कई विभागों की कमान संभालेंगे।

मोदी के सचिवालय ने रविवार रात एक बयान जारी कर स्पष्ट संकेत दिया कि वह सरकार की संरचना में बड़े बदलाव करने जा रहे हैं। बयान में कहा गया है, ‘‘विभिन्न मंत्रालयों की गतिविधियों को साथ लाने पर बल दिया जा रहा है जहां एक कैबिनेट मंत्री उन मंत्रालयों के समूह की अगवाई करेंगे को एक दूसरे के पूरक के रूप काम कर रहे हैं।’’ आखिरकार मोदी का लक्ष्य ‘चुस्त दुरूस्त प्रशासन’ है जहां सरकार के शीर्ष स्तर को छोटा किया जाएगा और जमीनी स्तर पर विस्तार होगा।

गुजरात भवन से जारी इस बयान में कहा गया है कि अपने मंत्रिमंडल के गठन में मोदी ने ‘न्यूनतम सरकार और अधिकतम शासन’ और ‘‘कार्य संस्कृति एवं शासन की शैली में बदलाव लाने की प्रतिबद्धता के साथ युक्तिसंगत होने’’ के सिद्धांत को अपनाया है।

मोदी मंत्रिमंडल में शपथ लेने वाले नेताओं के नामों को लेकर चल रही अटकलों के बीच यह बयान आया है। राष्ट्रपति भवन को भी रविवार देर रात तक नामित किए गए प्रधानमंत्री से मंत्रियों के नामों की कोई सूची नहीं मिली। बहरहाल, ऐसे संकेत हैं कि जेटली को वित्त मंत्रालय मिलेगा, राजनाथ सिंह गृह मंत्रालय के प्रभारी बनाये जाएंगे और गडकरी को बुनियादी ढांचा से जुड़े मंत्रालयों में से एक की जिम्मेदारी दी जाएगी। गीते को भी कैबिनेट मंत्रालय मिलेगा।

मंत्रिमंडल के लिए जिन अन्य नामों की चर्चा है कि उनमें सुषमा स्वराज, वेंकैया नायडू, अनंत कुमार, रविशंकर प्रसाद, उमा भारती, हषर्वर्धन और पीयूष गोयल शामिल हैं। सूत्रों ने बताया कि मंत्रियों की संख्या 30 और 35 के बीच होगी जो सामान्य से बहुत कम होगी। लेकिन बाद में मंत्रिमंडल का विस्तार किया जा सकता है।

पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की भूमिका के बारे में अभी कुछ स्पष्ट नहीं है । कुछ खबरों के मुताबिक उन्हें लोकसभाध्यक्ष नहीं बनाया जा सकता है पर ऐसी संभावना है कि वह राजग अध्यक्ष बने रहें। ऐसी स्थिति में वरिष्ठ भाजपा सांसद एवं पूर्व मंत्री सुमित्रा महाजन लोकसभा अध्यक्ष बनायी जा सकती हैं।

बयान के अनुसार, मोदी जनता की उंची आकांक्षाओं से भलीभांति अवगत हैं। पिछले चार दिनों से वह मंत्रिमंडल के गठन को लेकर व्यस्त रहे और उन्होंने प्रभावी शासन, विभिन्न मंत्रालयों में तालमेल के लिए विभिन्न विकल्पों पर चर्चा की। बयान में कहा गया है, ‘‘पहले, राजनीतिक अस्थिरता और बहुदलीय सरकारें थी तथा मंत्रिमंडल गठन बंटवारे के आधार पर किया जाता था।’’ इस बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री बनने जा रहे मोदी ने तर्कसंगत ढंग से मंत्रिमंडल गठन में मिलते जुलते काम वाले विभागों को आपस में मिलाने की कोशिश की है ताकि पूरा मंत्रिमंडल एक प्रभावी रूप ले सके।

बयान में यह भी कहा गया है कि शासन के तालमेल एवं अंतर्संबंधी स्वरूप पर बल दिया गया है जिसमे विकास की प्रक्रिया पहले से ज्यादा समग्र होगी। (एजेंसी)

First Published: Monday, May 26, 2014, 00:13

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