मोदी ने मिलने के लिए नहीं दिया समय, केजरीवाल बोले-कम से कम औपचारिकता तो निभाते

मोदी ने मिलने के लिए नहीं दिया समय, केजरीवाल बोले-कम से कम औपचारिकता तो निभाते

मोदी ने मिलने के लिए नहीं दिया समय, केजरीवाल बोले-कम से कम औपचारिकता तो निभातेगांधीनगर/जयपुर: नरेंद्र मोदी की हाल में आलोचना करने वाले अरविंद केजरीवाल ने गुजरात में विकास एवं गैस कीमतों के मामले पर चर्चा के लिए मुख्यमंत्री से मुलाकात करने की शुक्रवार को अचानक मांग की लेकिन वह उनसे मिलने का समय नहीं ले पाए। जबकि केजरीवाल ने कहा, ‘कम से कम पूर्व मुख्यमंत्री के नाते ही मोदी औपचारिता तो निभाते।’

केजरीवाल मनीष सिसोदिया समेत आप के नेताओं के साथ गुजरात में विकास की ‘जांच’ करने के लिए राज्य में थे। वह मोदी से मिलने के लिए शुक्रवार सुबह गांधीनगर के लिए रवाना हुए। लेकिन पुलिस ने उन्हें मोदी के आधिकारिक आवास से करीब पांच किलोमीटर पहले रोक लिया और उनसे भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार से मिलने के लिए समय लेने को कहा।

इसके बाद सिसोदिया मोदी से समय लेने के लिए पुलिस के साथ मुख्यमंत्री के कार्यालय गए। मुख्यमंत्री कार्यालय जाने के बाद सिसोदिया ने ट्वीट किया ‘मोदी जी से समय लेने के लिए जा रहे हैं...निजी सचिव से मिले, उनसे समय के लिए आग्रह पत्र दिया। उन्होंने कहा कि मोदी जी तय करेंगे और हमें जल्द ही सूचना दी जाएगी।’

बाद में गांधीनगर के पुलिस अधीक्षक शरद सिंघल ने कहा ‘केजरीवाल की कार रोकी नहीं गई बल्कि यहां वह लोग खुद रुके थे। मैं सिसोदिया को अपने साथ मुख्यमंत्री कार्यालय ले कर गया जहां उन्होंने एक लिखित आग्रह किया। मुख्यमंत्री कार्यालय का जवाब था कि वह उन्हें दो या तीन दिन में सूचित कर देंगे।’

बाद में केजरीवाल जयपुर जाने के लिए हवाईअड्डा चले गए। उन्होंने शिकायत की कि मोदी के पास उनके जैसे आम आदमी के लिए समय नहीं है। वह सार्वजनिक रूप से भाषण देने के अलावा और किन्हीं प्रश्नों का उत्तर नहीं दे रहे हैं। इससे पहले दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने गुजरात के विकास के दावों को लेकर 16 सवाल उठाए हैं और वह मोदी से इन मामलों पर चर्चा करना चाहते हैं। केजरीवाल ने गैस की कीमतें बढ़ने का मुद्दा भी उठाया।

उन्होंने कहा, ‘मोदी को गैस कीमतों के मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए।’ केजरीवाल ने कहा, ‘गुजरात सरकार ने मांग की है कि गैस का मूल्य 16 डॉलर होना चाहिए। इससे पहले संप्रग सरकार ने गैस की कीमत चार डॉलर से बढ़ाकर आठ डॉलर करने को मंजूरी दे दी है।’ उन्होंने कहा, ‘लोगों का कहना है कि आपके मुकेश अंबानी के साथ इतने नजदीकी संबंध हैं कि आपने अंबानी परिवार के दामाद को मंत्री बना दिया है।’

केजरीवाल ने कहा, ‘आपने सौरभ पटेल को मंत्री बनाया है। आपने उन्हें गैस, पेट्रोलियम, ऊर्जा और खनिज जैसे प्रभार देकर गुजरात के प्राकृतिक संसाधन अंबानियों को सौंप दिए हैं।’ उन्होंने कहा, ‘राज्य में बेरोजगारी है। हाल में तलटी के 1500 पदों के लिए 13 लाख लोगों ने आवेदन किया। यह स्पष्ट करता है कि गुजरात में कितनी अधिक बेरोजगारी है।’ केजरीवाल ने राज्य संचालित इकाइयों में अनुबंध पर नौकरी व्यवस्था को लेकर युवकों के उत्पीड़न के लिए मोदी को जिम्मेदार ठहराया।

उन्होंने कहा, ‘शिक्षित युवकों को प्रति माह 5300 रुपए के मामूली वेतन पर अनुबंध पर नौकरी दी जा रही है। प्रति माह 5300 रुपए में कौन अपना परिवार चला सकता है।’ केजरीवाल ने कहा, ‘गरीबों को अच्छी शिक्षा देना सरकार की जिम्मेदारी है। हम ग्रामीण इलाके में शैक्षणिक सुविधाओं का पता लगाने के लिए गांवों में गए.. सरकारी स्कूलों की हालत खराब है, स्वास्थ्य देखभाल का हाल खस्ता है, सरकार द्वारा अधिग्रहीत भूमि के लिए किसानों को कम मुआवजा दिया गया है।’

केजरीवाल ने यह भी आरोप लगाया कि गुजरात सरकार 15 रुपए प्रति यूनिट की दर से सौर ऊर्जा खरीद रही है जबकि बाकी जगह यह आठ रुपए प्रति यूनिट है। उन्होंने कहा, ‘आप विकास के दावे पर सफेद झूठ बोल रहे हैं।’ केजरीवाल ने मोदी सरकार में भ्रष्ट मंत्रियों के मुद्दे पर भी सवाल उठाए।

उन्होंने सवाल किया, ‘आपने बाबू बोखिरिया को मंत्री के रूप में शामिल क्यों किया है जिसे खनन घोटाले में दोषी ठहराते हुए तीन वर्ष की सजा हुई है और जो वर्तमान समय में जमानत पर है?’ उन्होंने कहा, ‘450 करोड़ रुपए के मत्स्य घोटाले में दोषी पुरुषोत्तम सोलंकी भी आपके मंत्रिमंडल में मंत्री हैं।’ इस बीच कथित तौर पर भाजपा सदस्यों के एक समूह ने काले झंडे फहराए और जिस स्थान पर दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री इंतजार कर रहे थे वहां केजरीवाल विरोधी नारे लगाए।

केजरीवाल ने गुजरात दौरे के दौरान गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा मिलने से इंकार करने ओर उनके पत्र का जवाब नहीं देने पर मोदी को आडे हाथों लेते हुए कहा, ‘कम से कम पूर्व मुख्यमंत्री के नाते ही औपचारिता तो निभाते।’

केजरीवाल ने जयपुर में एक कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा, ‘मैं गुजरात के दौरे पर था। मैंने मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलने का समय मांगा और साथ ही एक पत्र भी भेजा। लेकिन मोदी ने तो जब मैं उनके मकान से पांच किलोमीटर दूर था तो भारी पुलिस बल भेज दिया और मुझे वहीं पर रोक दिया।’

उन्होंने कहा, ‘मैं यह देखकर हैरान रह गया। नरेन्द्र मोदी को कम से मैं पूर्व मुख्यमंत्री हूं। इसी लिहाज से कम से कम स5यता की औपचारिकता तो निभाते। मान लो उनके पास मिलने का समय नहीं था तो बता देते। मेरे पास समय नहीं लेकिन इतनी पुलिस भेजने की क्या जरूरत थी। मैं क्या आतंकवादी हूं कि मेरे से डरकर पुलिस बल भेजकर अपने मकान से पांच किलोमीटर पहले ही रोक दिया।’

उन्होंने कहा, ‘मेरे से इतना डरने की क्या जरूरत है। उन्होंने कहा नरेन्द्र मोदी ने मेरे से मिलने से ही इंकार कर दिया। मोदी ने तो मेरे पत्र का जवाब भी नहीं दिया।’ आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविन्द केजरीवाल ने कहा, ‘गुजरात दौरे के दौरान मेरे पर चार बार हमले किए गए। एक पत्थर तो मुझे लगता लगता बच गया।’ (एजेंसी)

First Published: Friday, March 7, 2014, 21:46

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