Last Updated: Monday, January 27, 2014, 11:56

कोलकाता: ऐसा प्रतीत होता है कि नरेंद्र मोदी की लहर बंगाल तक पहुंच गई है क्योंकि भाजपा की राज्य इकाई की सदस्यता में दोगुना से अधिक बढ़ोत्तरी हुई है। पश्चिम बंगाल में भाजपा के एक नेता ने कहा कि वर्ष 2011 में राज्य में पार्टी की कुल सदस्यता करीब 3 लाख थी जो वर्ष 2013 में 7 लाख से अधिक हो गई।
पिछले छह माह में पार्टी के दो लाख नए सदस्य बने हैं। पार्टी के नेता इसका श्रेय अपने प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को देते हैं। भाजपा के प्रवक्ता और पार्टी की बंगाल इकाई के सह प्रभारी सिद्धांत सिंह ने बताया कि पार्टी की युवा शाखा एबीवीपी की सदस्यता में भी बढ़ोत्तरी हुई है और पिछले एक साल में ही उसमें 45,000 नए कार्यकर्ता जुड़े हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा की अल्पसंख्यक एवं महिला शाखाओं की सदस्यता में भी 50 फीसदी की वृद्धि हुई है।
सिंह ने बताया ‘पश्चिम बंगाल में भाजपा की सदस्यता बढ़ने के पीछे दो मुख्य कारक हैं। पार्टी द्वारा मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करना और राज्य में विपक्ष का एक तरह से अभाव।’ भाजपा के वरिष्ठ नेता ने बताया कि ऐसा उत्साह पहले दो अवसरों पर देखा गया। एक तो 90 के दशक के शुरू में राम मंदिर आंदोलन के दौरान और दूसरा केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी के शासन के दौरान।
सिंह ने बताया ‘मोदी का करिश्मा पूरे देश में है और बंगाल इससे अलग नहीं रहा। कोलकाता में 5 फरवरी को मोदी की रैली के दौरान हम इसे साबित कर देंगे।’ सामान्यत: भाजपा और आरएसएस का पश्चिम बंगाल में गहरा प्रभाव नहीं रहा। हालांकि पार्टी के पूर्ववर्ती स्वरूप ‘जनसंघ’ की सह-स्थापना माटी पुत्र श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने की थी।
राज्य में मुस्लिमों की आबादी 27 फीसदी है जो राज्य की कुल 294 विधानसभा सीटों में से कम से कम 140 में खासा प्रभाव रखती है। यह आबादी सत्ता के समीकरण तय करने में अहम भूमिका निभाती रही है। इस आबादी को अग्रणी राजनीतिक दल लुभाने के लिए प्रयासरत हैं। वर्ष 2011 में वाम किले के ध्वस्त होने के बाद से पश्चिम बंगाल में वास्तविक विपक्ष लगभग नदारद सा है और भाजपा अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए धीरे धीरे प्रयास कर रही है। खास कर दक्षिण बंगाल के इलाकों में वह मोदी के बढ़ते ग्राफ की मदद ले रही है।
यह बात वर्ष 2012 में मुर्शिदाबाद जिले की जंगीपुर लोकसभा सीट पर हुए उप चुनाव में जाहिर हुई जब भाजपा प्रत्याशी को 85,867 वोट मिले। यह संख्या डाले गए कुल मतों का करीब दस फीसदी थी और वर्ष 2009 में भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में डाले गए मतों की संख्या में 8 फीसदी की वृद्धि बताती थी। (एजेंसी)
First Published: Monday, January 27, 2014, 11:56