Last Updated: Wednesday, May 28, 2014, 22:54
ज़ी मीडिया ब्यूरोनई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली कैबिनेट बैठक में ही मंत्रियों को भाई भतीजावाद से दूरियां बनाते हुए खर्च पर लगाम लगाने की सलाह दी है। सूत्रों के अनुसार, मंगलवार को देश के नवनियुक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कैबिनेट की बैठक ली जिसमें सदस्यों को फिजूल खर्ची पर रोक लगाने और घर-परिवार के लोगों को पीए और पीएस नहीं बनाने की सलाह दी है।
उन्होंने यह भी सलाह दी कि सरकारी बंगलों को सजाने-संवारने पर भी ज्यादा खर्च ना करें। प्रधानमंत्री ने पीएमओ के अधिकारियों को भी जनता दरबार लगाने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि अधिकारी समय और दिन निर्धारित कर लें और जनता की शिकायतों को सुनें। खर्च पर लगाम लगाने के साथ-साथ नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट किया कि वह देश के संघीय ढांचे को मजबूत करने के लिए काम करेंगे। वह चाहेंगे कि उनका कार्यालय मुद्दों पर, विशेषकर राज्यों की ओर से उठाये गए मुद्दों को तरजीही आधार पर संवेदनशीलता के साथ विचार करे।
प्रधानमंत्री का कार्यभार संभालने के एक दिन बाद प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के अधिकारियों के साथ पहली औपचारिक बैठक करते हुए मोदी ने कहा कि मुद्दों की प्रभावशाली निगरानी और समाधान विशेषकर उनके कार्यालय में आये मुद्दों के मामले में आधुनिक प्रौद्योगिकी का फायदा उठाने तथा प्रणालियां एवं प्रक्रियाएं विकसित करने पर जोर होना चाहिए।
पीएमओ के स्वरूप और कामकाज के बारे में मोदी को विस्तृत प्रस्तुतीकरण दिया गया। उन्होंने कहा कि पिछले कई दशकों से यह एक महत्वपूर्ण संस्था के रूप में विकसित हुई है और इसकी उत्कृष्ट कार्यकुशलता को आगे बढ़ाया जाना चाहिए। पीएमओ की ओर से जारी बयान में कहा गया कि बैठक के दौरान प्रधानमंत्री ने जनता की शिकायतों का समाधान फास्ट ट्रैक आधार पर करने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने अच्छे शासन के लिए मिलजुल कर काम करने पर जोर दिया और अधिकारियों से कहा कि वे अपने सुझावों के साथ उनसे मिलने को स्वतंत्र हैं।
First Published: Wednesday, May 28, 2014, 18:11