Last Updated: Friday, May 23, 2014, 09:16
ज़ी मीडिया ब्यूरो/संजीव कुमार दुबेनई दिल्ली: देश के मनोनीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं से मिलेंगे। मोदी के इस मुलाकात का मकसद मंत्रिमंडल गठन पर विस्तार से चर्चा करना है। बताया जा रहा है कि इस बैठक में मंत्रिमंडल गठन को लेकर अहम चीजें तय की जा सकती है जिसमें किसे कौन सा मंत्रालय देना है इसके भी तय हो जाने की पूरी-पूरी संभावना है। इस बैठक में बीजपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह, मुरली मनोहर जोशी, अमित शाह, सुषमा स्वराज, नीतिन गडकरी, अरुण जेटली सहित कई वरिष्ठ नेता शामिल हो सकते हैं। गौर हो कि मोदी को 26 मई को प्रधानमंत्री पद का शपथ लेना है।
सूत्रों के मुताबिक बतौर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने पास करीब 12 से 15 मंत्रालय रख सकते हैं और पहले शपथ ग्रहण समारोह में 25 से 30 मंत्री बना सकते हैं। हालांकि मोदी गृह या वित्त में से एक मंत्रालय अपने पास रख सकते हैं।
मोदी के लिए बड़ी चुनौती वित्त और गृह मंत्रालय हैं, क्योंकि दोनों ही मंत्रालय सीधे जनता से जुड़े हुए हैं। खबरों के मुताबिक यह तय किया गया है अगर राजनाथ सिंह सरकार में शामिल होंगे तभी गृह मंत्रालय पीएमओ से बाहर जाएगा। अन्यथा यह मंत्रालय पीएमओ का हिस्सा बनेगा और मंत्रालय की जिम्मेदारी संभालने के लिए किसी युवा को राज्यमंत्री का जिम्मा दिया जाएगा। रिपोर्ट के मुताबिक अगर मोदी ने वित्त अपने पास रखा तो अरूण शौरी को इससे जोड़ा जा सकता है। इसके साथ ही उन्हें विनिवेश मंत्रालय की जिम्मेदारी थमाई जा सकती है।
नितिन गडकरी को ग्राणीण विकास मंत्री बनाए जाने की संभावना है। हालांकि उन्हें भूतल परिवहन मंत्रालय को भी जिम्मा दिया जा सकता है। मुरली मनोहर जोशी को कृषि मंत्रालय की जिम्मेदारी दी जा सकती है। मोदी के करीबी रवि शंकर प्रसाद को या तो कानून मंत्री बनाया जा सकता है या फिर उन्हें विदेश मंत्रालय का जिम्मा सौंपा जा सकता है।
दिल्ली में मुख्यंत्री पद के दावेदार रहे वरिष्ठ नेता डॉ हर्षवर्धन देश के अगले स्वास्थ्य मंत्री हो सकते हैं। साथ ही कर्नाटक से सांसद अनंत कुमार या दार्जीलिंग से सांसद एसएस अहलुवालिया को संसदीय कार्यमंत्रालय की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी जी सकती है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)
First Published: Friday, May 23, 2014, 09:16