मां के साथ प्रेम का अटूट रिश्ता है `मदर्स डे`

मां के साथ प्रेम का अटूट रिश्ता है `मदर्स डे`

मां के साथ प्रेम का अटूट रिश्ता है `मदर्स डे`ज़ी मीडिया ब्यूरो

नई दिल्ली : मां से प्रेम का बंधन अटूट होता है और इस रिश्ते से बड़ा रिश्ता कोई नहीं होता। मां के साथ इस रिश्ते का इजहार करने का एक खास दिन भी है जिसे `मदर्स डे` के नाम से जाना जाता है। दुनिया के ज्यादातर देशों में मई के दूसरे रविवार को `मदर्स डे` मनाए जाने की परंपरा है। आज `मदर्स डे` मनाए जाने की परंपरा के 100 साल पूरे हो गए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति वुडरो विल्सन ने वर्ष 1914 में आधिकारिक रूप से `मदर्स डे` को मान्यता दी। `मदर्स डे` के दिन दुनिया भर में लोग अपनी मां के प्रति प्रेम, विश्वास जताने के साथ उन्हें शुभकामनाएं देते हैं।

`मदर्स डे` की महत्ता को और बढ़ाते हुए गूगल ने माताओं के समर्पित अपना डूडल बनाया है। `मदर्स` डे पर बनाया गया यह गूगल डूडल बहुत ही प्यारा और कलरफुल है।

विश्व में `मदर्स डे` अलग-अलग दिनों को मनाया जाता है लेकिन ज्यादातर देश मई के दूसरे रविवार को इस दिन को मनाते हैं।

गूगल के इस शानदार रंगीन डूडल में एक मां को अपने बच्चे के साथ साइक्लिंग करते दिखाया गया है। मां और अपने दो बच्चों के साथ दिखाए इस आकर्षक डूडल में जहां आगे लड़की, बीच में मां तथा पीछे लड़के को दिखाया गया है। अपने जीवनपथ पर आगे की ओर बढ़ते हुए बच्चे अपनी मां के साथ खुश दिख रहे हैं।

`मदर्स डे` प्राचीन ग्रीक और रोमन के जमाने से मनाए जाने की परंपरा रही है लेकिन `मदर्स डे` डे के इतिहास को देखें तो इसे मई के दूसरे रविवार को मनाया जाता था जबकि अमेरिका में इसे लाइस ऑफ द डे के तौर पर मनाया जाता था। अन्ना जर्विस को अमेरिका में मदर्स डे की संस्थापक के तौर पर जाना जाता है।

आज भारत में भी `मदर्स डे` बड़े पैमाने पर मनाया जाने लगा है। `मदर्स डे` पर बाजार में तरह-तरह के गिफ्ट्स एवं उपहारों की भरमार है। शहर की दुकानें तरह-तरह के तोहफों से भरी हुई हैं। लिहाजा लोगों के पास अपनी मां को तोहफा देने के लिए कॉफी मग से लेकर फोटो फ्रेम तक कई प्रकार के विकल्प हैं।

First Published: Sunday, May 11, 2014, 11:12

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