बेसुरा नमो राग संसदीय लोकतंत्र के लिए खतरा है: येचुरी

बेसुरा नमो राग संसदीय लोकतंत्र के लिए खतरा है: येचुरी

नई दिल्ली : माकपा ने आज कहा कि प्रधानमंत्री पद को लेकर कांग्रेस और भाजपा का बेसुरा नमो राग संसदीय लोकतंत्र को बदलने का खतरा पैदा कर रहा है। संभवत: राहुल गांधी को पार्टी की ओर से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने के लिए एआईसीसी बैठक से एक दिन पहले वाम दल ने कहा कि चाहे कांग्रेस का जो भी फैसला हो बेसुर नमो राग निश्चित ही भारतीय संसदीय लोकतंत्र के आधार को नुकसान पहुंचा रहा है।

यह उल्लेख करते हुए कि चुनाव के बाद गठित कोई भी सरकार जनता के लिए जवाबदेह है, पार्टी के वरिष्ठ नेता सीताराम येचुरी ने कहा ऐसे कार्यक्रम में किसी को प्रधानमंत्री उम्मीदवार के तौर पर इस तरह से पेश करना अमूमन काम नहीं करता क्योंकि निर्वाचन क्षेत्र से लड़ने वालों को हार का सामना करना पड़ सकता है। स्मरण हो कि यहां तक कि शक्तिशाली इंदिरा गांधी 1977 में चुनाव हार गयी थी।

‘पीपुल्स डेमोक्रेसी’ के आगामी अंक में एक संपादकीय में उन्होंने कहा है, ‘राष्ट्रपति प्रणाली के प्रारूप के साथ आरएसएस-भाजपा लंबे समय से वर्तमान संसदीय लोकतांत्रिक व्यवस्था बदलने की पैरवी करती रही है।’ उन्होंने याद दिलाते हुए कहा कि भाजपा ने 1991 में अपने चुनावी घोषणा पत्र में एक आयोग गठित करने का वादा किया था, जो इसका अध्ययन करेगा कि राष्ट्रपति प्रणाली वाली व्यवस्था उपयुक्त होगी कि नहीं। (एजेंसी)

First Published: Thursday, January 16, 2014, 23:51

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