मोदी ‘विकास के दूत’ हैं ‘डर के प्रतीक नहीं’: नकवी

मोदी ‘विकास के दूत’ हैं ‘डर के प्रतीक नहीं’: नकवी

मोदी ‘विकास के दूत’ हैं ‘डर के प्रतीक नहीं’: नकवी रामपुर (उत्तर प्रदेश) : नरेन्द्र मोदी को ‘डर के प्रतीक’ के बजाय ‘विकास का दूत’ बताते हुए भाजपा उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए टिकटों के बंटवारे में मुस्लिम समुदाय के साथ न्याय नहीं किए जाने का दावा करने वाले ‘निहित स्वार्थों’ पर हमला बोला।

नकवी ने कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय को सामाजिक और राजनीतिक सशक्तिकरण के जरिए सर्वांगीण विकास की जरूरत है। उन्होंने साथ ही आश्वासन दिया कि एक बार केंद्र में सत्ता में आने के बाद भाजपा ‘कथित नुकसान की पर्याप्त और न्यायोचित हित के साथ भरपाई करेगी।’

उन्होंने कहा, ‘चुनावी क्षेत्र में प्रवेश के लिए मुस्लिमों को बहुमुखी विकास की जरूरत है।’ नकवी ने कल कहा, ‘इस बात में कोई शक नहीं है कि कुछ राजनीतिक दलों ने मुस्लिमों को टिकट और अवसर दिए हैं लेकिन उनकी ऐसी व्यवस्था लागू करने की सच्ची मंशा नहीं है जो समुदाय की सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक स्थिति में इजाफा कर सके।’

उन्होंने कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और बसपा की आलोचना की और उन पर आगामी चुनाव में भाजपा की जीत के बारे में स्पष्ट नजर आ रही इबारत के चलते मोदी की गलत तस्वीर बनाने का आरोप लगाया। उत्तर प्रदेश में 50 से अधिक लोकसभा सीटों पर भाजपा की जीत का विश्वास जाहिर करते हुए नकवी ने कहा, ‘मोदी डर के प्रतीक नहीं, बल्कि विकास के दूत हैं।’ (एजेंसी)

First Published: Friday, March 21, 2014, 18:24

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