Last Updated: Tuesday, February 11, 2014, 22:03

नई दिल्ली : भारत में अमेरिकी राजदूत नैंसी पॉवेल और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच होने वाली मुलाकात से पहले विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने मंगलवार को उम्मीद जताई कि अमेरिका मानवाधिकार जैसे मुद्दों से निपटने की अपनी नीतियों से मेल खाते मानदंडों को ही भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार पर भी लागू करेगा।
मोदी से बातचीत के लिए अमेरिका को स्वतंत्र बताते हुए खुर्शीद ने कहा, ‘कई ऐसी चीजें हैं जो वे पीछे नहीं रखेंगे और हमें पीछे नहीं रखना चाहिए।’ खुर्शीद ने उम्मीद जताई कि अमेरिकी, यूरोपीय और अन्य देश मानवाधिकारों जैसे मुद्दों से पेश आते वक्त अपनी नीतियों से मेल खाते मानदंडों को ही लागू करेंगे।
विदेश मंत्री ने कहा कि पहले भारत को कई देश मानवाधिकार के मुद्दे पर लेक्चर देते थे और अब यह ‘जानना दिलचस्प होगा कि पॉवेल मोदी से क्या कहती हैं।’ खुर्शीद ने कहा, ‘वह ऐसे उदाहरण नहीं है जिन्हें एक भारतीय के तौर पर देखा जाना चाहिए। हम ऐसे देश हैं जो जीवन के गांधीवादी तौर-तरीके और फल की इच्छा किए बिना कर्म में विश्वास रखते हैं और इनमें से कुछ भी मोदी पर लागू नहीं होता।’
इस बीच, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरूद्दीन ने कहा कि विदेशी दूतावासों के लिए यह सामान्य बात है कि वह भारत के ‘संवैधानिक तरीके से चुने गए लोगों’ से मुलाकात का अनुरोध करें। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, February 11, 2014, 22:03