Last Updated: Friday, March 7, 2014, 18:34

बेंगलुरु : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा ने शुक्रवार को यहां अपनी तीन दिवसीय बैठक की शुरूआत करते हुए भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को एक ‘मजबूत नेता’ करार दिया और कहा कि उसे उनकी ‘स्वयंसेवक’ पृष्ठभूमि पर गर्व है।
अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा बैठक के उद्घाटन के बाद संघ के सह कार्यवाह दत्तात्रेय होसबले ने कहा कि मोदी एक मजबूत नेता हैं। वह खुद एक स्वयंसेवक हैं और हमें इस बात पर गर्व है। राष्ट्र बदलाव चाहता है। उन्होंने गुजरात में अपनी क्षमता साबित कर दी है। होसबले ने कहा कि राम मंदिर इस बैठक के एजेंडा में नहीं है पर देश जिन समस्याओं का सामना कर रहा है उनके साथ-साथ यह भी संघ के लिए एक अहम मुद्दा है।
उन्होंने कहा कि नहीं, इस समय ऐसे किसी मुद्दे (राम मंदिर) पर चर्चा का प्रस्ताव नहीं है क्योंकि इसे लागू कराने के लिए कोई सरकार नहीं है। होसबले ने कहा कि बैठक में महंगाई, सुरक्षा एवं देश के गौरव के मुद्दों पर चर्चा होगी। संघ परिवार अल्पसंख्यक राजनीति के ‘बड़े मुद्दे’ पर भी चर्चा करेगा। संघ नेता ने कहा कि अल्पसंख्यक राजनीति के नाम पर मौजूदा यूपीए सरकार सांप्रदायिक हिंसा विधेयक जैसे कई कानूनों और सच्चर समिति की रिपोर्ट को लागू करने की कोशिश कर समाज को बांट रही है और समान अवसर आयोग के गठन की कोशिश कर रही है।
यह कहते हुए कि देश बदलाव और सुशासन देने वाली एक सरकार चाहता है, होसबोले ने कहा कि संघ ने भाजपा को आर्थिक नीतियों, विकास के मॉडल और मूल्य वृद्धि एवं आसमान छूती महंगाई पर रोक लगाने के बारे में सुझाव दिया है। उन्होंने ने कहा कि हम आर्थिक नीति, राष्ट्रीय सुरक्षा, शिक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण सहित विभिन्न राष्ट्रीय मुद्दों पर विचार करेंगे। रविवार को प्रस्ताव पारित किए जाएंगे और भाजपा सहित सहयोगी संगठनों के साथ साझा किया जाएगा। आगामी आम चुनाव में आम आदमी पार्टी की संभावना के बारे में संघ के नेता ने कहा कि चूंकि लोगों ने उसकी सरकार दिल्ली में देख ली है इसलिए वे अगली सरकार बनाने में बुद्धिमत्ता पूर्वक मतदान करेंगे।
इससे पहले सरसंघचालक मोहन भागवत ने अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा के तीन दिनों तक चलने वाले सम्मेलन का उद्घाटन किया। होसबोले ने कहा कि सरकार्यवाह सुरेश भैयाजी जोशी कार्यवाहियों की अध्यक्षता करेंगे और बैठक के दौरान प्रस्ताव पेश करेंगे। प्रस्ताव का हमारे शीर्ष पदाधिकारी और देश भर से जुटे करीब 1400 प्रतिनिधि अनुमोदन करेंगे। संघ ने सम्मेलन में उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के बारे में चर्चा नहीं करने का फैसला किया है। (एजेंसी)
First Published: Friday, March 7, 2014, 18:28