आतंकी हमले की आशंका के बीच नरेंद्र मोदी की मेरठ में विजय शंखनाद रैली आज, सुरक्षा के कड़े इंतजाम

आतंकी हमले की आशंका के बीच नरेंद्र मोदी की मेरठ में विजय शंखनाद रैली आज, सुरक्षा के कड़े इंतजाम

आतंकी हमले की आशंका के बीच नरेंद्र मोदी की मेरठ में विजय शंखनाद रैली आज, सुरक्षा के कड़े इंतजामज़ी मीडिया ब्यूरो
लखनऊ/मेरठ : भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी आज उत्तर प्रदेश के मेरठ में विजय शंखनाद रैली को संबोधित करेंगे। मोदी की यह रैली मुजफ्फरनगर दंगों के बाद पहली बार पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हो रही है। सूत्रों ने बताया कि इस रैली पर आतंकी हमले की आशंका है। इसलिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।

पार्टी सूत्रों ने बताया कि नरेंद्र मोदी यहां बुलेटप्रूफ शीशे के पीछे से खड़े होकर जनसभा को संबोधित करेंगे। हाल ही देश की खुफिया एजेंसी ने अलर्ट जारी किया है कि कुछ आतंकी संगठनों ने मोदी की हत्या के लिए तीन शार्प शूटरों को सुपारी दी है। पटना ब्लास्ट के तार भी मेरठ से जुड़े हैं। इस सबके मद्देनजर मोदी की मेरठ रैली में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर काफी सतर्कता बरती जा रही है। यूपी पुलिस के एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) शनिवार को मेरठ पहुंचे और सुरक्षा व्यवस्थआ का जायजा लिया।

सूत्रों ने बताया पटना में मोदी की रैली में जो कुछ हुआ उसे यहां दोहराए जाने की आशंका है। हालांकि पुलिस सीधे तौर पर कुछ नहीं कह रही। एडीजी मुकुल गोयल ने कहा, हां, खतरे की आशंका है, पटना में धमाके हो चुके हैं। उसी को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई हैं। रैली में जो भी आएगा। उसकी जांच की जाएगी। जोन के बाहर से भी पुलिस मंगाई गई है। इसके अलावा एटीएस की दो टीमों को भी लगाया गया है।

लोकसभा चुनावों के लिए उत्तर प्रदेश में मोदी की यह 7वीं रैली होगी। भाजपा रैली में 6 लाख से ज्यादा भीड़ जुटाने का दावा कर रही है। मोदी की यह रैली इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि मुजफ्फरनगर दंगों के बाद से यहां का सियासी पारा आसमान पर है। माना जा रहा है कि दंगों के बाद एक बार फिर अखिलेश सरकार को निशाने पर लेंगे। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के राजनीतिक हालात को देखते हुए मोदी की यह रैली संवेदनशील मानी जा रही है।

नरेंद्र मोदी करीब पांच साल बाद मेरठ शहर में आ रहे हैं। इससे पहले नरेंद्र मोदी ने 2009 के लोकसभा चुनाव के दौरान शहर के जीमखाना मैदान में रैली को संबोधित किया था। हालांकि पिछले पांच सालों में मेरठ और नरेंद्र मोदी दोनों के कदों में काफी इजाफा हुआ है। उत्तर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी भी मेरठ शहर से ताल्लुक रखते हैं और समूचे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भाजपा के ठीक-ठाक दखल है। उम्मीद जताई जा रही है कि इस रैली में दिल्ली, गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, बिजनौर, बुलंदशहर, बागपत और मेरठ जनपद से काफी संख्या में लोग नरेंद्र मोदी को सुनने पहुंच सकते हैं। हाल में मुजफ्फरनगर में हुए दंगे के बाद पहली बार नरेंद्र मोदी पश्चिमी यूपी में पहली बार कोई बड़ी रैली को संबोधित करने पहुंच रहे हैं।

मेरठ जोन में कुल 70 विधानसभा की सीटें है। जिसमें से बीजेपी के पास महज 12 सीट है। लोकसभा की यहां 14 सीटें है। जिसमें सिर्फ दो बीजेपी के पास हैं। जाहिर है, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बीजेपी के पास पाने के लिए बहुत कुछ है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी का कहना है कि उन्होंने सपा को यहां रैली करने का चैलेंज दिया था लेकिन वह मुकाबले से बाहर हो चुकी है। यूपी में मोदी की पिछली तीन रैलियों के साथ मुलायम सिंह ने भी रैलियां की थी। इस बार मोदी की मेरठ रैली के ठीक एक दिन बाद 3 फरवरी को मुलायम गोंडा में रैली कर रहे हैं।

रविवार 2 फरवरी को यहां शताब्दीनगर में भाजपा की विजय शंखनाद रैली को संबोधित करने आ रहे नरेंद्र मोदी को सुनने के लिए भारी भीड़ जुटाने की तैयारी जोरों पर है। भाजपा नेताओं की मानें तो इस रैली में करीब 6 लाख लोगों के जुटने की संभावना है। इतनी भारी संख्या में आने वाली भीड़ को ध्यान में रखते हुए प्रदेश भाजपा रैली स्थल पर तैयारियों में जुटी है।

स्थानीय भाजपा नेताओं ने बताया कि रैली के मैदान में 30 हजार लोगों के लिए कुर्सियां होंगी। कार्यक्रम की तैयारी में पिछले करीब एक सप्ताह से मेरठ में ही डटे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी कहते हैं कि रैली में नरेन्द्र मोदी को सुनने के लिए मेरठ समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 19 जिलों से यहां करीब 6 लाख लोगों की भीड़ जुटेगी। भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष विनीत अग्रवाल शारदा ने मीडिया से बातचीत में दावा किया कि दो फरवरी को नरेन्द्र मोदी की रैली में अकेले व्यापारी और उद्यमी वर्ग से तीन लाख से अधिक लोग जुटेंगे।

First Published: Sunday, February 2, 2014, 09:07

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