Last Updated: Monday, May 26, 2014, 16:00
ज़ी मीडिया ब्यूरो/बिमल कुमार नई दिल्ली : देश के 15वें प्रधानमंत्री के तौर पर सोमवार शाम को शपथ लेने जा रहे नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में राजनाथ सिंह, अरुण जेटली, नितिन गडकरी, सुषमा स्वराज, एम वेंकैया नायडू, पूर्व सेना प्रमुख जनरल वीके सिंह और शिवसेना के अनंत गीते का शामिल होना लगभग तय है। यह जानकारी सूत्रों ने दी, जिनके मुताबिक राष्ट्रपति भवन को सूची भेज दी गई है। मोदी और उनका मंत्रिमंडल आज शाम 6 बजे राष्ट्रपति भवन में शपथ ग्रहण करेंगे।
सूत्रों का कहना है कि 24 मंत्रियों को कैबिनेट में जगह दी गई है, जिनमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी, राजनाथ सिंह और वेंकैया नायडू, वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज व अरुण जेटली, लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के रामविलास पासवान, दिल्ली भाजपा अध्यक्ष हर्षवर्धन और पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी के नाम शामिल हैं। इसके अलावा 10 राज्य मंत्री (स्वतंक्ष प्रभार) होंगे, जिनमें वीके सिंह और भाजपा सांसद संतोष गंगवार, प्रकाश जावड़ेकर और पियूष गोयल शामिल हैं। 11 राज्यमंत्रियों में उपेंद्र कुशवाहा, किरन रिजुजु और संजीव कुमार के नाम शामिल हैं।
ताजा जानकारी के अनुसार, राजनाथ सिंह को गृह मंत्रालय और अरुण जेटली को वित्त मंत्रालय का प्रभारी बनाया जाना तय है। राजनाथ सिंह सरकार में नंबर दो की हैसियत रखेंगे। इस बीच, यह खबर भी आई है कि नरेंद्र मोदी रक्षा मंत्रालय अपने पास रख सकते हैं। सुषमा स्वराज को विदेश मंत्रालय का प्रभार दिया जाएगा। वहीं, सदानंद गौड़ा को रेल मंत्री बनाए जाने की खबर है। साथ ही, गडकरी को परिवहन या बुनियादी ढ़ांचा से जुड़े मंत्रालयों में से एक की जिम्मेदारी दी जा सकती है। रविशंकर प्रसाद को
कानून मंत्रालय का जिम्मा मिल सकता है। गीते को भी कैबिनेट मंत्रालय मिलेगा। वहीं, रामविलास पासवान को उपभोक्ता मंत्रालय दिए जाने की चर्चा है।
सूत्रों के अनुसार, वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और राजीव प्रताप रूडी को कैबिनेट में जगह नहीं दी गई है। सुमित्रा महाजन या करिया मुंडा को स्पीकर बनाया जा सकता है। बताया जा रहा है कि 75 साल से अधिक उम्र के लोग कैबिनेट में शामिल नहीं होंगे। सूत्रों के अनुसार, मोदी कैबिनेट में जिन महिला चेहरों को शामिल किया जाना लगभग तय है, उसमें स्मृति ईरानी, नजमा हेपतुल्ला, निर्मला सीतारमण और मेनका गांधी शामिल हैं।
मंत्रिमंडल के लिए जिन अन्य नामों की चर्चा है कि उनमें वेंकैया नायडू, अनंत कुमार, उमा भारती, हषर्वर्धन और पीयूष गोयल शामिल हैं। सूत्रों ने बताया कि मंत्रियों की संख्या 45 के करीब होगी जो सामान्य से बहुत कम होगी। लेकिन बाद में मंत्रिमंडल का विस्तार किया जा सकता है। सूत्रों के अनुसार जिन लोगों के नाम सामने आए हैं, वो इस प्रकार हैं।-
कैबिनेट मंत्रियों की सूची : राजनाथ सिंह, अरुण जेटली, नितिन गडकरी, सुषमा स्वराज, वैंकेय नायडू, सदानंद गौड़ा, उमा भारती, नजमा हेपतुल्ला, गोपीनाथ मुंडे, रामविलास पासवान, कलराज मिश्रा, मेनका गांधी, अनंत कुमार, रविशंकर प्रसाद, अशोक गणपति राजू, अनंत गीते, हरसिमरत कौर बादल, नरेंद्र सिंह तोमर, जोएल उरांव, राधामोहन सिंह, थावरचंद गहलोत, स्मृति ईरानी, डा. हर्षवर्धन
राज्यमंत्रियों (स्वतंत्र प्रभार) की सूची : वीके सिंह, राव इंदरजीत सिंह, संतोष कुमार गंगवार, श्रीपद नाइक, धर्मेंद्र प्रधान, सर्वनंदा सोनोवल, प्रकाश जावड़ेकर, पियूष गोयल, डा. जितेंद्र सिंह और निर्मला सीतारमण।
राज्यमंत्रियों की सूची: जीएम सिद्धेश्वरा, मनोज सिन्हा, उपेंद्र कुशवाहा, पोन राधाकृष्णन, किरेन रिजूजू, कृष्ण पाल गुज्जर, संजीव बालियान, मनसुखभाई धनजीभाई वसावा, रावसाहेब दादाराव पाटिल दन्वे, विष्णु देव सहाई और सुदर्शन भगत।
सूत्रों के अनुसार, पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की भूमिका के बारे में अभी कुछ स्पष्ट नहीं है। कुछ खबरों के मुताबिक उन्हें लोकसभाध्यक्ष नहीं बनाया जा सकता पर ऐसी संभावना है कि वह राजग अध्यक्ष बने रहें। ऐसी स्थिति में वरिष्ठ भाजपा सांसद एवं पूर्व मंत्री सुमित्रा महाजन लोकसभा अध्यक्ष बनाई जा सकती हैं। इस पद के लिए निवर्तमान लोकसभा के उपाध्यक्ष करिया मुंडा के नाम भी चर्चा है।
राष्ट्रपति भवन में शाम छह बजे होने जा रहे समारोह से पहले मोदी ने संकेत दिए थे कि उनके मंत्रिमंडल का आकार बड़ा नहीं होगा और उनका ध्यान विभागों के एकीकरण पर होगा। मोदी ने रविवार को ट्विटर पर लिखा था, छोटी सरकार, ज्यादा शासन की अपनी प्रतिबद्धता को बरकरार रखते हुए हमने अपने मंत्रिमंडल में अभूतपूर्व व सकारात्मक बदलाव किए हैं। उन्होंने कहा कि जल्द काम करने और विभागों के बीच बेहतर सामंजस्य के लिए कई मंत्रालयों को मूल मंत्रालयों में बदल दिया गया है। यह बेहतर शासन की तरफ एक कदम है और जनता की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए हमें मजबूती देगा।
भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह के मंत्रिमंडल में शामिल होने की स्थिति में उनकी जगह नए अध्यक्ष की तलाश की जाएगी। साथ ही पार्टी का पुनर्गठन भी किया जाएगा। समझा जाता है कि पार्टी नेतृत्व और आरएसएस ने भाजपा अध्यक्ष पद के लिए जेपी नड्डा के नाम की मंजूरी दे दी है।
First Published: Monday, May 26, 2014, 10:42