आईएनएस विक्रमादित्य की नाटो देशों ने की जासूसी!

आईएनएस विक्रमादित्य की नाटो देशों ने की जासूसी!

नई दिल्ली : विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रमादित्य की नाटो देशों के एक टोही विमान ने उस वक्त जासूसी की होगी जब रूस में इसका समुद्री परीक्षण चल रहा था। सूत्रों ने बताया कि विमानवाहक पोत की अमेरिका निर्मित पी 3 सी ओरियन टोही विमान ने जासूसी की होगी। यह टोही विमान किसी नाटो देश का रहा होगा।

हालांकि, उन्होंने बताया कि समुद्री परीक्षण के दौरान जब पी 3सी इस जंगी जहाज के पास से गुजरा उस वक्त इसके साथ रूसी नौसेना भी थी। गौरतलब है कि ‘समुद्री परीक्षण’ आमतौर पर निर्माण के आखिरी चरण में होता है और यह समुद्र में होता है। आईएनएस विक्रमादित्य ने मित्र एवं शत्रु राष्ट्र सहित वैश्विक नौसेनाओं का काफी ध्यान आकषिर्त किया है। दरअसल, वे इसकी क्षमताओं और खूबियों के बारे में जानना चाहते हैं। पांच साल से अधिक समय की देर के बाद यह जंगी जहाज नौसेना को पिछले शनिवार को रूस के सेवमाश शिपयार्ड में सौंपा गया।

फिलहाल, इस जंगी जहाज में कोई हवाई रक्षा मिसाइल प्रणाली नहीं है। इसे युद्धपोतों और टैंकर जहाजों के एक समूह के सुरक्षा घेरे में कर्नाटक तट पर लाया गया। सुरक्षा घेरा मुहैया करने वाले युद्धपोतों से इसे जासूसी की किसी कोशिश और अन्य खतरों से बचाने की उम्मीद की जाती है। (एजेंसी)

First Published: Wednesday, November 20, 2013, 00:12

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